लालू यादव के बड़े लाल तेज प्रताप ने धरा रुद्रावतार का रूप, फिर से बने चर्चा का विषय
By एस पी सिन्हा | Published: July 23, 2019 01:32 PM2019-07-23T13:32:15+5:302019-07-23T16:05:39+5:30
वैसे भी तेज प्रताप यादव कभी कृष्ण का रूप धारण कर लेते हैं तो कभी भगवान शंकर के रूप में देखे जाते हैं. कभी सडक निर्माण कार्य करने लगते हैं तो कभी जलेबी बनाते हैं. कभी गायें चराने लगते हैं तो कभी घुड़सवारी भी करते हैं. इस बार वह बाबा भगवान शंकर की भक्ति में रमे हुए थे.
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यदव के बडे पुत्र तेजप्रताप यादव ने अब रुद्रावतार का रूप धारण किया है. अक्सर अपने नए लुक के कारण चर्चा में आने वाले तेजप्रताप इस बार बांसुरी छोड़ जटाधारी हो गए हैं. सावन की महीने में हर कोई भगवान शंकर की भक्ति में डूबा है. ऐसे में तेज प्रताप भी भोले नाथ की भक्ति में डूबे हुए हैं. सावन माह में भोले की भक्ति में वह ऐसे रमे हैं कि उन्हीं(भोले) का रूप धारण कर लिया है.
यहां उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप यादव अलग-अलग रूप धारण करते हैं जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन जाता है. उनका रूप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हो जाता है. पिछली बार भी सावन महीने में जब हर कोई भगवान शंकर की भक्ति में डूबा था तो तेजप्रताप ने भोले नाथ का रूप धारण कर लिया था.
उनका वह रूप काफी दिनों तक चर्चा का विषय बना रहा था. वैसे भी तेज प्रताप यादव कभी कृष्ण का रूप धारण कर लेते हैं तो कभी भगवान शंकर के रूप में देखे जाते हैं. कभी सडक निर्माण कार्य करने लगते हैं तो कभी जलेबी बनाते हैं. कभी गायें चराने लगते हैं तो कभी घुड़सवारी भी करते हैं. इस बार वह बाबा भगवान शंकर की भक्ति में रमे हुए थे. तेज प्रताप ने भी अपने आवास में स्थित मंदिर में भगावन भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की.
इस दौरान उन्होंने पूरे शरीर पर सफेद धोती लपेटी हुई थी. साथ ही पूरे शरीर में भस्म लगाया था. साथ ही मृगछाला धारण कर वे बिल्कुल भगवान शंकर का अवतार लग रहे थे. तेज प्रताप यादव ने पिछले साल सावन के महीने में देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम गए थे और वहां उन्होंने शिव के दर्शन किए थे. जाने से पहले उन्होंने पटना के शिवालय में पूजा-अर्चना की थी और उसी समय से उन्होंने भगवान शंकर की तरह का वेश बना रखा था और साथ में डमरू भी बजाया था. उनकी तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुए थे.
तेज प्रताप एक बार 'कृष्ण' रूप में नजर आए थे, जिसमें गौशाले में जाकर गायों के बीच बांसुरी बजा रहे थे. उनके इस रूप को देखकर लोगों ने उन्हें लालू का कन्हैया कहना शुरू कर दिया था. यही नहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उनके इस रूप की चर्चा की थी. इसके बाद तेज प्रताप जब-जब मथुरा जाते हैं तो उनकी कृष्ण भक्ति की तस्वीरें खूब चर्चा बटोरती हैं. लालू प्रसाद के बड़े बटे तेज प्रताप यादव हर कला में माहिर हैं. वे घुड़सवारी भी करते हैं तो क्रिकेट खेलते हैं. शंख बजाते हैं तो बांसुरी भी बहुत अच्छी तरह बजा लेते हैं. उनका मन ज्यादातर आध्यात्म में रमता है, लेकिन राजनीति की भी समझ रखते हैं. तेज प्रताप जितनी अपनी राजनीतिक गतिविधियों को लेकर तो चर्चा में रहते ही हैं, अपने विभिन्न रूपों को लेकर भी सुर्खियां बटोरते हैं.
तेज प्रताप यादव का लुक मौसम के हिसाब से बदलते रहता है. तेजप्रताप अपने निराले अदाज के साथ अपने निराले लुक के लिए भी जाने जाते हैं. कभी कृष्ण तो कभी भगवान शंकर के गेटअप में नजर आते हैं. कुछ दिन पहले ही वे इंडोर जिम में वर्जिश करते दिखे थे और अपने बालों का लुक भी चेंज कर लिया था.
तेजप्रताप यादव न सिर्फ जिम में पसीना बहाते नजर आए थे, जबकि उनके बालों का अंदाज भी बदला हुआ था. करली हेयर लुक में नजर आ रहे तेजप्रताप यादव काफी आकर्षक नजर आ रहे थे. जिम में पसीना बहा रहे तेजप्रताप यादव ब्लैक जिम वियर में नजर आए थे. वहीं भारी भरकम डंबल के साथ व्यायाम कर रहे थे. ये तस्वीरें इसलिए भी चर्चा में थीं कि सियासी गलियारों में ये चर्चा तेज थी कि आरजेडी उनपर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है.
तेजप्रताप बीते 22 दिसंबर को धर्मनिरपेक्ष सेवक संघ (डीएसएस) को लेकर एक वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो में उन्हें अर्जुन की तरह दिखाया गया है और रथ की डोर कृष्ण के हाथ में है. तेजप्रताप 5 जुलाई को नए लुक के साथ पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे. लेकिन उससे भी बडी बात तब हो गयी जब तेजप्रताप ने एक राजद कार्यकर्ता को ये कहते टोक दिया कि आप साईड हट जाइये महिलाएं हमें देखना चाहती है.
वहीं, नए साल के मौके पर तेज प्रताप ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और अपनी मां राबडी देवी से मुलाकात की थी. जिसके बाद इस मुलाकात से उत्साहित तेज प्रताप यादव ने जनता दरबार भी लगाया, जिसमें शामिल होने पहुंचे लोगों ने उनसे बांसुरी बजाने की अपील की. जिससे तेज प्रताप इनकार नहीं कर सके. तेजप्रताप का अनोखा रूप तब भी दिखा धा जब वैशाली के महनार में रथ पर सवार दिखे. उनका काफिला रथ के पीछे चलता हुआ नजर आया. तेजप्रताप यादव महनार के इशाकपुर में एक निजी स्कूल के उद्घाटन समारोह में भाग लेने पहुंचे थे.
तेजप्रताप यादव जनवरी में जब अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव से मिलने पटना स्थित उनके आवास पहुंचे तो पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक मामले के बाद दोनों भाइयों की ये पहली मुलाकात हुई थी. इस दौरान तेजस्वी ने तेजप्रताप के पांव छुए. बीते जनवरी में ही तेजप्रताप ने जनता दरबार के दौरान अपनी कुर्सी छोडकर ज़मीन पर ही चौपाल लगाई थी. तेजप्रताप के इस नए अंदाज पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फरियादी और फरियाद सुनने वालों के बीच कोई फर्क ना दिखे इसलिए उन्होंने ऐसा किया.
एक बार तेजप्रताप यादव खेत में फसल काटते भी नजर आए. उनका कहना है कि हमारे देश में सदियों से ऐसी आर्थिक व सामाजिक व्यवस्था रही है कि श्रम को सही सम्मान कभी नहीं मिला है. इसीलिए कृषक व श्रमिक, समाज के सबसे निचले पायदान पर हैं. यहां बता दें कि पत्नी एश्वर्या से तलाक के लिए अर्जी दाखिल करने के बाद तेजप्रताप एक महीने के लिए मथुरा और वृंदावन चले गए थे. उन्होंने कहा कि वृंदावन और मथुरा से उनका पुराना रिश्ता है. उस वक्त की कुछ तस्वीरें भी तेज प्रताप की सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी.