CM नीतीश कुमार से मिले राजद विधायक सरोज यादव, जदयू में शामिल होने की लगाई जा रही कयास
By एस पी सिन्हा | Published: December 9, 2018 08:47 PM2018-12-09T20:47:56+5:302018-12-09T20:47:56+5:30
इसके साथ ही राजनीतिक गलियारों में अटकल बाजियों का दौर भी शुरू हो गया है. सूबे की राजनीति में उस वक्त खलबली मच गई जब राजद के बडहरा से विधायक सरोज यादव शनिवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने पहुंचे.
बिहार में जोड़तोड़ की राजनीति के बीच राजनैतिक गलियारों में एक बार फिर से चर्चा जोरों पर है. इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद विधायक सरोज यादव की मुलाकात ने सियासी गलियारों में उथलपुथल मचा दिया है. पहले रालोसपा के दो विधायकों के बाद अब राजद के एक विधायक ने भी मुख्यमंत्री से अकेले में मुलाकात की है इसकों लेकर वो सवालों और कयासों के घेरे में हैं.
इसके साथ ही राजनीतिक गलियारों में अटकल बाजियों का दौर भी शुरू हो गया है. सूबे की राजनीति में उस वक्त खलबली मच गई जब राजद के बडहरा से विधायक सरोज यादव शनिवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने पहुंचे. राजद विधायक की यह मुलाकात ही राजनीतिक गलियारों में हलचल बढा दी. इस सब के बीच सबसे दिलचस्प बात ये रही की इस मुलाकात की तस्वीर खुद सरोज यादव ने जारी की. राजद विधायक ने इस बाबत प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की. इस मुलाकात के बाद यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि आने वाले दिनों में सरोज यादव राजद छोड सकते हैं. वैसे आये दिन चर्चा में रहने वाले विधायक सरोज यादव की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई मुलाकात के बाद बिहार के राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है.
लोगों ने इस मुलाकात के बाद ये कयास लगाना शुरू कर दिया है कि जोडतोड की राजनीति में सरोज यादव कहीं जदयू में शामिल होने की सीढी चढने लगे हैं. इस मामले में जब सरोज यादव से बात की गई तो उन्होंने तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि मेरा कोई इरादा जदयू में जाने का नहीं है और मरते दम तक मैं राजद में ही रहूंगा. वहीं विधायक ने बताया कि बडहरा में पीपा पुल के निर्माण को लेकर वो मुख्यमंत्री से मुलाकात करने गए हुए थे. उन्हें आश्वासन मिला है कि जल्द से जल्द गंगा पर पीपा पुल का निर्माण सरकार द्वारा करवाया जाएगा.
इसबीच, राजद विधायक सरोज यादव के नीतीश कुमार से मुलाकात पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि विधायक की मुख्यमंत्री से मुलाक़ात क्षेत्र की समस्या को लेकर हुई थी, लेकिन इस मुलाकात पर विपक्ष के बयान से उनकी बेचैनी झलकती है. तिवारी ने कहा कि कोई सपना ना देखे क्योंकि पूरी पार्टी एकजुट है और राजद को कोई नही तोड़ सकता है. दूसरी ओर, जदयू ने इस मुलाकात को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लोकप्रियता से जोड दिया है. जदयू नेताओं ने कहा है कि मुख्यमंत्री के कामकाज के कायल सभी दलों के विधायक हैं जो लगातार नीतीश कुमार के संपर्क में हैं. समय आने पर सभी नीतीश कुमार के साथ आ जायेंगे.