नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता, रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा- सीएम अपना पक्ष जरूर बदलेंगे
By एस पी सिन्हा | Published: June 3, 2019 08:06 PM2019-06-03T20:06:13+5:302019-06-03T20:06:13+5:30
जदयू प्रवक्ता सह मंत्री बनाये गये नीरज कुमार ने राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर हमला बोलते हुए कहा है कि ''रघुवंश प्रसाद सिंह की बात तो उनकी पार्टी में ही कोई नहीं सुनता.
लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को मिली करारी हार के बाद बिहार में राजनीतिक सरगर्मियां उफान पर हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से की गई मुलाकात के अगले दिन ही अब राजद ने भी जदयू प्रमुख को खुला ऑफर दे दिया है. राजद नेता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दिया है. साथ ही कहा है कि सभी गैर भाजपा दलों को एक साथ आना चाहिए.
डा. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि ''आप नीतीश जी को जानते हैं, वे निश्चित रूप से पक्ष बदलेंगे. लेकिन कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता कि वह कब क्या करेंगे या क्या कहेंगे. ऐसा एक बार नहीं, बल्कि कई बार हुआ है. यह आश्चर्य की बात नहीं है. मैं चाहता हूं कि सभी को एक साथ आना चाहिए, भाजपा के खिलाफ. उन्होंने लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की हार को लेकर कहा कि सीटों का बंटवारा और उम्मीदवार का चयन ठीक नहीं किया गया. महागठबंधन में कॉमन मिनीमम प्रोग्राम भी नहीं था. साथ ही सवर्ण आरक्षण का राजद के द्वारा विरोध किये जाने को भी उन्होंने गलत करार दिया है. उन्होंने कहा है कि सवर्ण आरक्षण का विरोध करना नॉन पालिटिकल स्टेप है. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि पार्टी के नेताओं को सवर्ण आरक्षण बिल का विरोध करना भी भारी पड़ा. सवर्ण आरक्षण बिल के विरोध का फैसला गलत था. इसके साथ ही देश-प्रदेश स्तर पर कई बड़ी चूक हुई है, जिसका सभी को जवाब देना पडेगा.
पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि वर्ष 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में अगर जीत हासिल करनी है और भजपा को पछाड़ना है तो हर हाल में सभी गैर भाजपाई पार्टियों को एकजुट होना होगा. इसके साथ ही रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि इन गैर भाजपाई पार्टियों में नीतीश कुमार भी शामिल हैं. नीतीश कुमार कब किसका साथ छोड़ दें और फिर हाथ मिला लें यह कोई नहीं कह सकता. बता दें कि लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को बिहार में करारी हार का सामना करना पड़ा था. महागठबंधन के अगुआ राजद ने 20 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से सभी हार गए थे. वैशाली सीट से खुद रघुवंश प्रसाद सिंह चुनावी मैदान में थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पडा था. इस हार के बाद दबी जुबान से ही सही राजद के कई नेताओं ने नेतृत्व से लेकर टिकट बंटवारे तक पर सवाल खडे़ किए थे. पार्टी ने हार के बाद इसकी जांच का भी फैसला लिया है.
वहीं, जदयू प्रवक्ता सह मंत्री बनाये गये नीरज कुमार ने राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान पर हमला बोलते हुए कहा है कि ''रघुवंश प्रसाद सिंह की बात तो उनकी पार्टी में ही कोई नहीं सुनता.'' साथ ही उन्होंने एनडीए में दरार से इनकार करते हुए कहा कि ''एनडीए में दरार-करार नहीं है. पूरा एनडीए एकजुट है.''