राजद विधायक तेजप्रताप यादव ने किया कमाल, कुख्यात अपराधी के पत्नी को बना दिया प्रतिनिधि, सियासत तेज
By एस पी सिन्हा | Published: January 8, 2022 06:29 PM2022-01-08T18:29:43+5:302022-01-08T18:31:01+5:30
पटना और समस्तीपुर जिले के विभिन्न स्थानों पर मौजूद अचल संपत्ति शामिल हैं. कब्जे में ली गई संपत्ति की कीमत 10 करोड़ रुपए के करीब है.
पटनाः लालू यादव के लाल ने फिर से कर दिया है कमाल. बात तेजप्रताप यादव की है, जिन्होंने कुख्यात अपराधी अशोक यादव की पत्नी विभा देवी को अपना विधायक प्रतिनिधि चुना है. समस्तीपुर जिले के बिथान निवासी अशोक यादव समस्तीपुर-खगड़िया इलाके के कुख्यात के तौर पर चर्चित हैं.
इसके बावजूद भी उनकी पत्नी विभा देवी को तेजप्रताप के द्वारा अपना विधायक प्रतिनिधि चुने जाने से चर्चाओं का बाजार गर्म है. तेजप्रताप ने विभा देवी को अपने विधायक प्रतिनिधि के तौर पर चुने जाने की जानकारी खुद अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए दी है. ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है कि हसनपुर विधानसभा क्षेत्र की राजद नेता विभा देवी को विधायक प्रतिनिधि का नियुक्ति पत्र दिया, बहुत-बहुत बधाई.
आशा करता हूं कि विधायक प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त विभा देवी जी जनता के प्रति अपनी कर्त्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा से करेंगी. इसके लिए बधाई भी दिया है. बताया जाता है कि अशोक यादव कई आपराधिक मामलों के आरोपित रह चुके हैं. उनका तेजप्रताप के विधानसभा क्षेत्र हसनपुर में काफी दबदबा रहा है. यही वजह है कि तेजप्रताप ने विधायक प्रतिनिधि के तौर पर विभा देवी को चुना है.
हसनपुर विधानसभा क्षेत्र की राजद नेत्री श्रीमती विभा देवी जी को विधायक प्रतिनिधि का नियुक्ति पत्र दिया।
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) January 7, 2022
बहुत-बहुत बधाई। pic.twitter.com/nzsZYll4Ah
राजद के जिला उपाध्यक्ष रह चुके अशोक के ऊपर प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसी तक कार्रवाई कर चुकी है. उनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी, अवैध हथियार, विस्फोटक की खरीद-फरोख्त जैसे मामलों में पुलिस ने अलग-अलग मामले दर्ज कर रखा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अशोक यादव की संपत्ति को अपने कब्जे में ले लिया था.
इसमें पटना और समस्तीपुर जिले के विभिन्न स्थानों पर मौजूद अचल संपत्ति शामिल हैं. कब्जे में ली गई संपत्ति की कीमत 10 करोड़ रुपए के करीब है. अशोक के खिलाफ 26 मामले दर्ज थे. बताया जाता है कि अशोक यादव ने खुद के अलावा पत्नी, पिता, भाई और रिश्तेदारों के नाम पर 25 भूखंड खरीद रखे थे. इसके अलावा पत्नी विभा देवी के नाम पर गैस एजेंसी भी ले रखी थी.
परिवार के जितने लोगों के नाम पर उसने संपत्ति खरीदी सभी आयकर रिटर्न दाखिल करते हैं, पर जांच के दौरान यह बात सामने आई कि उनमें से किसी के पास कमाई का कोई जरिया नहीं है. यह बात भी पता चला कि अशोक यादव ने अपने नौकर और कर्मचारियों के नाम पर बेनामी शराब की दुकान ले रखी थी. उसकी संपत्ति का बाजार मूल्य करीब दस करोड रुपए था.
उधर, तेजप्रातप द्वारा कुख्यात अशोक यादव की पत्नी विभा देवी को विधायक प्रतिनिधि चुनने पर भाजपा प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने सवाल खडा किया है. पटेल में कहा है कि राजद की शुरू से अपराधियों को संरक्षण देने का काम करती रही है, इसी कड़ी में अब तेज प्रताप भी पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं.
तेजप्रताप ने अशोक यादव की पत्नी को विधायक प्रतिनिधी बनाकर लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं. अब लोग अशोक यादव जैसे अपराधियो से डरने वाले नहीं. वहीं इस हमले पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भाजपा महिलाओं का सम्मान करना नहीं जानती. तेजप्रताप ने एक महिला को अपना प्रतिनिधि चुना है, यह सम्मान की बात है. भाजपा बताए की विभा देवी पर कोई आरोप है क्या?