22 अक्टूबर को पटना आ सकते हैं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, बिहार उपचुनाव में करेंगे चुनाव प्रचार
By एस पी सिन्हा | Published: October 4, 2021 05:46 PM2021-10-04T17:46:37+5:302021-10-04T17:47:28+5:30
लालू प्रसाद यादव आखिरी बार 2015 में विधानसभा के चुनाव में प्रचार किया था. उस वक्त राजद-जदयू के बीच गठबंधन था.
पटनाः राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव लंबे अर्से के बाद बिहार आ रहे हैं. वह खुद अपने (राजद) प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे. कहा जा रहा है कि लालू 22 अक्टूबर को पटना आ सकते हैं. इस दौरान वे कुश्वेश्वरस्थान और तारपुर सीटों पर होने वाले उपचुनाव में पार्टी के प्रत्याशी की जीत के लिए प्रचार करेंगे.
राजद के सूत्रों के अनुसार लालू प्रसाद के तारापुर आने का कार्यक्रम तय हो गया है. लालू प्रसाद यादव के आने की सूचना पर राजद कार्यकर्ताओं में खुशी है. राजद नेताओं का कहना है कि उनके आने से राजद कार्यकर्ता पूरी सक्रियता से चुनाव में भाग लेंगे. लालू प्रसाद यादव आखिरी बार 2015 में विधानसभा के चुनाव में प्रचार किया था.
उस वक्त राजद-जदयू के बीच गठबंधन था. लेकिन इस बार राजद का गठबंधन जदयू से नहीं है. बता दें कि चारा घोटाले के मामले में इसी साल अप्रैल में जमानत पर रिहा होने के बाद लालू अभी दिल्ली में बड़ी बेटी व राज्यसभा सदस्य मीसा भारतीय के सरकारी आवास पर रह रहे हैं. काफी दिनों से उनके राजधानी आने के कयास लगाए जा रहे थे.
आखिरी बार लालू बडे़ बेटे तेज प्रताप यादव के विवाह में पेरोल पर पटना आए थे. 2019 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव और 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान वह जेल में थे, इस कारण चुनाव प्रचार में नहीं शामिल हुए थे. लालू प्रसाद यादव के आने की सूचना के बाद उनके स्वागत की जोरदार तैयारी की जा रही है. पूरी तन्यमता के साथ कार्यकर्ता चुनावी समर की तैयारी की है.
यहां उल्लेखनीय है कि तेजप्रताप यादव ने पिछले दिनों यह कहते हुए सियासी गलियारे में हलचल तेज कर दी थी कि लालू प्रसाद यादव को दिल्ली में बंधक बनाकर रखा गया है. उन्होंने इशारों-इशारों में तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया था. तेजप्रताप इतने में ही नहीं रुके थे, उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजद अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं पर यह सच नहीं होने वाला.
उन्होंने यह भी कहा था कि लालू यादव के रहते पार्टी के दरवाजे बिहार की जनता के लिए खुले रहते थे, मगर अब रस्सा बंध गया है. तेजप्रताप ने कहा कि मैंने पिताजी से कहा कि पटना चलिए. साथ रहेंगे. पहले हमारे घर का दरवाजा खुला रहता था.
आप आउटहाउस में बैठे रहते थे और जनता से मिलना-जुलना होता था. किंतु अब क्या हो रहा है? उन्होंने कहा कि लालू के दिल्ली में रहने के कारण जनता हमसे दूर हो गई है. हालांकि तेजप्रताप के बयान के बाद तेजस्वी ने सफाई देते हुए रविवार को कहा था कि राजद प्रमुख को कौन बंधक बना सकता है?