तेजस्वी यादव को कमान सौंपेंगे लालू प्रसाद यादव!, पार्टी में बदलाव की सुगबुगाहट तेज, राजद प्रमुख की सेहत ठीक नहीं
By एस पी सिन्हा | Published: January 2, 2022 03:01 PM2022-01-02T15:01:01+5:302022-01-02T15:02:20+5:30
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के नीतीश कुमार शासन पर सभी मोर्चों, विशेषकर रोजगार सृजन पर पूरी तरह से विफल रहने का आरोप लगाया और दावा किया कि राज्य में कोई ‘डबल इंजन की सरकार’ नहीं है.
पटनाः तेजस्वी यादव राजद के नए कप्तान की कमान संभाल सकते हैं. लालू प्रसाद यादव अभी राजद के सर्वेसर्वा हैं. लेकिन सियासी गलियारों में अब यह चर्चा तेज हो गई है कि राजद को संभालने की जिम्मेवारी जल्द ही किसी दूसरे को सौंपी जा सकती है.
लालू प्रसाद यादव की सेहत नासाज रहने के कारण इसपर जल्द ही कुछ नया फैसला लिया जा सकता है. पार्टी सूत्रों की मानें तो राजद अब नये राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की तैयारी में जुट गई. हालांकि, यह लगभग तय है कि पार्टी कमान किसके पास रहेगी.
सूत्रों के अनुसार खुद लालू प्रसाद यादव अब यह चाहते हैं कि संगठन को मजबूत करने के लिए यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सक्रिय नेता अर्थात तेजस्वी यादव के हाथ में जाए. 20 फरवरी को पटना में राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है. पार्टी सूत्रों की मानें तो ये बैठक बेहद अहम है और इसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर बात होनी है.
वर्तमान में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव हैं और उनके तीन वर्षों का कार्यकाल आगामी 10 दिसंबर को खत्म होने वाला है. लेकिन लालू यादव की सेहत जिस तरह बिगड़ी हुई है, ऐसे में वह बहुत अधिक सक्रिय रहने में लाचार हैं. जिसके बाद ऐसा संभव है कि समय से पहले ही राजद अपना नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन ले.
बताया जाता है कि पांच जुलाई को राजद का स्थापना दिवस समारोह मनाया जाना है. ऐसे में संगठन चुनाव व सदस्यता अभियान की प्रक्रिया मार्च से ही शुरू हो जाएगी. जानकारों की अगर मानें तो सितंबर से अक्टूबर के बीच ही राजद अपने नये राष्ट्रीय अध्यक्ष के सिर पर ताज रख देगा. ऐसे में यह लगभग तय है कि लालू यादव राजद के नेतृत्व का जिम्मा अपने छोटे बेटे तेजस्वी को सौंप देंगे.
कारण कि पिछले विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने यह सिद्ध कर दिया है कि उनके नाम पर मुहर लगाकर लालू यादव ने सही फैसला लिया. तेजस्वी के नेतृत्व में राजद ने मजबूती से चुनाव लड़ा और सम्मानजनक टक्कर दी. वहीं, तेजस्वी यादव को पूरी पार्टी में सर्वमान्य नेता के तरह देखा जाता है. उनके नेतृत्व में राजद अब दूसरे राज्यों में भी पांव पसारने की तैयारी में है.
हालांकि लालू प्रसाद यादव के बाद पहले विकल्प के तौर पर राबड़ी देवी को देखा जाता था. लेकिन अब पूरी तरह से राजद के नेतृत्व और लालू प्रसाद यादव के विकल्प के तौर पर तेजस्वी यादव को ही देखा जाता है. लालू प्रसाद यादव वर्चुअल संवाद के दौरान खुलकर यह बात सबके बीच रख चुके हैं कि तेजस्वी यादव ने उनके आंकलन से अधिक खुद को साबित किया है.
राजद सही हाथ में गया है. ऐसे में यह तय माना जा रहा है कि अब तेजस्वी यादव ही लालू यादव की जगह लेंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाएंगे. हालांकि अभी अंतिम फैसले के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इसबीच हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि जो लोग ऐसा समझ रहे हैं कि राजद में किसी बाहरी को अध्यक्ष बनने का मौका मिलेगा.
वह बिल्कुल गलत है. यह पार्टी लालू प्रसाद यादव की पार्टी है और यह तय है कि लालू प्रसाद यादव किसी बाहरी को अध्यक्ष नहीं बनने देंगे. पार्टी का नया अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की परिवार से ही कोई चुना जाएगा. इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं होना चाहिए.