लोजपा में चिराग पासवान के खिलाफ बगावत! जदयू में शामिल हो सकते हैं पांच सांसद, ओम बिरला को लिखा पत्र
By विनीत कुमार | Published: June 14, 2021 08:51 AM2021-06-14T08:51:24+5:302021-06-14T08:57:41+5:30
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के लिए मुश्किलें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं। सूत्रों के अनुसार उनके खिलाफ उन्हीं की पार्टी के पांच सांसदों ने बगावत कर दी है।
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में पिछले साल करारी हार के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के लिए एक और बुरी खबर आई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान के खिलाफ पांच सांसदों ने बगावत कर दी है। इन सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा है कि उन्हें लोजपा से अलग मान्यता दी जाए।
मिली जानकारी के अनुसार चिराग पासवान के खिलाफ पशुपति पारस पासवान (चाचा), प्रिंस राज (चचेरे भाई), चंदन सिंह, वीणा देवी और महबूब अली केसर ने बगावत करते हुए लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है।
जदयू के संपर्क में पांचों लोजपा सांसद
सूत्रों के अनुसार ये सभी पांचों सासंद जदयू से भी संपर्क में हैं। बता दें कि पिछले साल बिहार चुनाव में लोजपा को केवल एक सीट मिली थी लेकिन बाद में वह विधायक भी जदयू में शामिल हो गए थे।
वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार पांचों सांसदों ने लोकसभा में अपने नेता के तौर पर हाजीपुर से सांसद और चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस पासवान को मान्यता देने की मांग की है।
बता दें पिछले साल बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले रामविलास पासवान के निधन के बाद से ही उनके बेटे चिराग के लिए मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार सांसद चिराग पासवान के कामकाज के तरीके से खुश नहीं हैं। लोजपा फिलहाल केंद्र में एनडीए का भी हिस्सा है।
मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में चिराग का नाम!
पिछले कुछ दिनों से केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार की भी अटकलें चल रही हैं। ऐसे में चिराग पासवान का भी नाम बतौर संभावित मंत्री के तौर पर उछलने लगा था। हालांकि सूत्रों के अनुसार जदयू ने इस पर नाराजगी जताई है। इसके बाद चिराग को दिया गया निमंत्रण वापस ले लिया गया था।
दरअसल, विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग ने खुलकर नीतीश कुमार पर हमला बोला था और एनडीए से इतर लोजपा अकेले चुनाव में उतरी थी। इससे जदयू को भी कई सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा था। बहरहाल, माना जा रहा है कि लोजपा सांसदों की चिट्ठी मिलने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सोमवार को इस पर विचार कर सकते हैं।