प्रोन्नति में आरक्षण, भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद ने 23 फरवरी को बुलाया भारत बंद
By भाषा | Published: February 12, 2020 05:38 PM2020-02-12T17:38:38+5:302020-02-12T17:38:38+5:30
उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि प्रोन्नति एवं सार्वजनिक सेवा की नौकरियों में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है और इसके लिए राज्य जिम्मेदार नहीं है।
Highlightsफैसले को अमान्य घोषित करने से संबंधित एक विधेयक लाने के लिए सरकार पर दबाव डालें। आजाद ने कहा कि उनका संगठन अपनी मांगों को लेकर 16 फरवरी को मंडी हाउस से संसद तक मार्च निकालेगा।
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने नियुक्तियों और प्रोन्नति में आरक्षण से संबंधित उच्चतम न्यायालय के एक फैसले के खिलाफ 23 फरवरी को ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है।
उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि प्रोन्नति एवं सार्वजनिक सेवा की नौकरियों में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है और इसके लिए राज्य जिम्मेदार नहीं है। उन्होंने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति से संबंधित सांसदों और विधायकों से बुधवार को अनुरोध किया कि वे इस फैसले को अमान्य घोषित करने से संबंधित एक विधेयक लाने के लिए सरकार पर दबाव डालें।
आजाद ने कहा कि उनका संगठन अपनी मांगों को लेकर 16 फरवरी को मंडी हाउस से संसद तक मार्च निकालेगा।