कोविड-19 प्रभावः 1966 के बाद पहली बार गणतंत्र दिवस समारोह में कोई विदेशी शासनाध्यक्ष मुख्य अतिथि नहीं
By भाषा | Published: January 14, 2021 08:39 PM2021-01-14T20:39:57+5:302021-01-14T20:41:14+5:30
गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए बांग्लादेश सशस्त्र बलों का 122 सैनिकों का दल भारत के लिए रवाना हो गया है। यह जानकारी भारतीय सेना ने दी।
नई दिल्लीः वैश्विक स्तर पर कोविड-19 की स्थिति के कारण इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में किसी भी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया गया है। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
पिछले पांच दशकों में यह पहला मौका होगा जब भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि नहीं होंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, ‘कोविड-19 की स्थिति के कारण यह फैसला किया गया है कि इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर कोई विदेशी राष्ट्राध्यक्ष या शासनाध्यक्ष नहीं होगा।’
यह फैसला ऐसे समय में किया गया है कि जब ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नये प्रारूप के फैलने के कारण ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपनी भारत यात्रा रद्द करने का हाल ही में फैसला किया था। भारत ने जॉनसन को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था।
जॉनसन ने इस आमंत्रण को बड़े सम्मान की बात कह कर स्वीकार किया था। हालांकि, इस महीने के प्रारंभ में कोविड-19 के नये प्रारूप के फैलने के कारण जॉनसन ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। इससे पहले 1966 में ऐसा हुआ था, जब गणतंत्र दिवस बिना मुख्य अतिथि के मनाया गया था।
गणतंत्र दिवस परेड के सांस्कृतिक कार्यक्रम में 401 विद्यार्थी और लोक कलाकार हिस्सा लेंगे
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित परेड के सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिल्ली के चार विद्यालयों के 321 विद्यार्थी और कोलकाता के 80 लोक कलाकार प्रस्तुति देंगे। मंत्रालय ने बताया कि कोलकाता के ईस्टर्न जोनल कल्चरल सेंटर (पूर्वी आंचलिक सांस्कृतिक केंद्र) से कलाकारों का चयन हुआ है।
वहीं डीटीईए सीनियर सेकेंडरी स्कूल, माउंट आबू पब्लिक स्कूल, विद्या भारती स्कूल, गर्वन्मेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों का चयन सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए हुआ है। कोविड-19 के मद्देनजर कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले बच्चों और कलाकारों की संख्या में कटौती हुई है।
पिछले साल जहां 600 से ज्यादा बच्चों और कलाकारों ने हिस्सा लिया था, वहीं इस साल यह संख्या 401 है। बयान में बताया गया है कि गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 102 विद्यार्थी ‘हम फिट तो इंडिया फिट’ के विषय पर कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। यह प्रस्तुति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगस्त,2019 में शुरू किए गए ‘फिट इंडिया मुवमेंट’ से प्रेरित है।
वहीं डीटीईए सीनियर सेकेंडरी स्कूल के 127 बच्चे तमिलनाडु के लोक नृत्य की प्रस्तुति पारंपरिक परिधान में देंगे। माउंट आबू पब्लिक स्कूल और विद्या भारती स्कूल के बच्चे ‘ आत्मनिर्भर भारत: विजन ऑफ सेल्स रिलायंट इंडिया’ कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वहीं 80 लोक कलाकार कालाहांडी के लोक नृत्य बजाशाल की प्रस्तुति देंगे।