बिहार की मंत्री ने अपने भाषण में संविधान 1985 में करवाया लागू, जुबान लड़खड़ाने पर बोलीं- 1955 में लागू हुआ, हो रही है किरकिरी
By एस पी सिन्हा | Published: January 27, 2020 05:31 PM2020-01-27T17:31:41+5:302020-01-27T17:31:41+5:30
बीमा भारती समस्तीपुर जिले की प्रभारी मंत्री भी हैं. वह रविवार को समस्तीपुर के पटेल मैदान में आयोजित समारोह में झंडोतोलन के बाद लोगों को संबोधित कर रही थीं.
71वें गणतंत्र दिवस के मौके पर बिहार के समस्तीपुर जिले में नीतीश कैबिनेट की मंत्री बीमा भारती ने देश को शर्मसार करने वाला कारनामा कर दिया है, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. झंडारोहण के मौके पर बिहार सरकार में मंत्री बीमा भारती ने यह कह दिया कि देश का संविधान 1985 में लागू हुआ. एक बार अटकने के बाद उन्होंने कहा कि देश में संविधान 1955 में लागू हुआ. बीमा भारती बिहार सरकार में गन्ना मंत्री हैं.
बीमा भारती समस्तीपुर जिले की प्रभारी मंत्री भी हैं. वह रविवार को समस्तीपुर के पटेल मैदान में आयोजित समारोह में झंडोतोलन के बाद लोगों को संबोधित कर रही थीं. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है. बीमा भारती ने गणतंत्र दिवस के बारे में बताते हुए कहा कि हमारा संविधान 1985 में लागू हुआ था. इसके बाद उन्होंने कहा कि संविधान 1955 में संविधान लागू हुआ था. इसी मौके पर हमलोग गणतंत्र दिवस मनाते हैं.
हालांकि इस मौके पर जिला की प्रभारी मंत्री बीमा भारती ने अपने सम्बोधन में लिखा हुआ भाषण पढ़ा, लेकिन उन्हें ये भी मालूम नहीं था कि देश का संविधान कब लागू हुआ था? इसके बाद उन्होंने अपने भाषण में ये कहा कि देश का संविधान लागू करने में बापू की अहम भूमिका रही और संविधान को बनाने में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद और बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर का भी अहम योगदान है. उनको हमलोग श्रद्धापूर्वक याद करते हैं. मंत्री ने अपने भाषण में दो बार इसे गलत पढ़ा, जिसके बाद बिहार सरकार की खूब किरकिरी हो रही है.
यहां बता दें 43 साल की बीमा भारती पूर्णियां जिले के रुपौली विधानसभा क्षेत्र से जदयू की विधायक हैं. वह पूर्णियां जिले के भिट्टा गांव की रहने वाली हैं. फिलहाल वे बिहार सरकार में गन्ना मंत्री हैं. और साथ ही समस्तीपुर जिले की प्रभारी मंत्री भी हैं. उनके पति अवधेश मंडल की पहचान एक बाहुबली और शातिर अपराधी के रूप में की जाती है.
बीमा भारती बिहार कैबिनेट में मंत्री बनने पर अपना शपथ पत्र तक नहीं पढ़ पाई थीं. उस वक्त भी बिहार सरकार की खूब फजीहत हुई थी और लोगों ने उनपर कई सवाल उठाए थे. लेकिन, इस बार तो सोशल मीडिया पर उनकी वजह से नीतीश सरकार की खूब किरकिरी हो रही है.
यहां उल्लेखनीय है कि भारत के संविधान को संविधान सभा ने 26 नवम्बर 1949 को पारित किया. 26 जनवरी 1950 से इसे भारत में लागू किया गया. इसी के उपलक्ष्य में देश में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. गणतंत्र दिवस भारत का राष्ट्रीय त्योहार है.