क्षेत्रीय दलों, नास्तिकों को जय श्रीराम, जय हनुमान बोलना सिखा दिया: गोपाल भार्गव
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 14, 2020 07:51 AM2020-02-14T07:51:30+5:302020-02-14T07:51:30+5:30
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले दो वर्षों के चुनावों में जिस तरीके से भगवान श्रीराम, भोलेनाथ और हनुमान का स्मरण किया जा रहा है, यह तय है कि आगे आने वाले चुनाव बिना भगवान के नाम के नहीं होंगे. कभी इन्हीं बातों को लेकर भाजपा को गालियों के साथ साम्प्रदायिक होने का आरोप लगता था. यही वक्त है बदलाव का.
मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि भाजपा को वोट मिले न मिले, मगर एक बार जरूर है कि क्षेत्रीय दलों और नास्तिकों को भाजपा ने श्रीराम और जय हनुमान बोलना सिखा दिया है.
नेता प्रतिपक्ष ने यह बात आज उमरिया प्रवास के दौरान कही. उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा को मिली हार को लेकर कहा कि भाजपा को वोट मिले या न मिले सरकार बने या न बने पिछले दो बरसों में भाजपा की सबसे बड़ी सफलता यही है कि कांग्रेस सहित सभी क्षेत्रीय दलों एवं नास्तिकों को जय श्रीराम और जय हनुमान बोलना सिखा दिया. वोट के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कंठी माला पहनकर मंदिरों में जाने लगे.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले दो वर्षों के चुनावों में जिस तरीके से भगवान श्रीराम, भोलेनाथ और हनुमान का स्मरण किया जा रहा है, यह तय है कि आगे आने वाले चुनाव बिना भगवान के नाम के नहीं होंगे. कभी इन्हीं बातों को लेकर भाजपा को गालियों के साथ साम्प्रदायिक होने का आरोप लगता था. यही वक्त है बदलाव का.
भार्गव ने कहा कि इनसे एक कदम आगे बढ़कर अरविंद केजरीवाल तो सभाओं में हनुमानजी की जय बुलवाने लगे. केजरीवाल हनुमानजी की शरण में पहुंच गए. यह क्या कम है? हिन्दू धर्म के संत महात्माओं का काम भाजपा ने ही कर दिया है.
भार्गव ने कमलनाथ सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि जब कमलनाथ सरकार स्वयं कहती है कि वह वित्तीय संकट में है, रोजाना वह किसी न किसी मद में कटौती करती है. ऐसे समय अय्याशी और झूठी ब्रांडिंग के ऊपर बड़ी राशि खर्च की जाती है तो निश्चित रूप से यह जनधन का दुरूपयोग है. उन्होंने कहा कि प्रदेश और जनता के हित में मुख्यमंत्री कमलनाथ को आईफा को रद्द करना चाहिए.
भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाएंगे विधानसभा में
नेता प्रतिपक्ष भार्गव ने कहा कि प्रदेश सरकार लूट खसोट और अपनों को उपकृत करने में लगी है, उसे गरीब जनता से कोई मतलब नही है. सरकार की कारगुजारियों को भाजपा विधानसभा के बजट सत्र में जोरदार तरीके से उठाएगी.
भार्गव ने कहा कि कांग्रेस जब से सत्ता में आई है, उसके नेता और मंत्री खाओ और खाने दो के मंत्र पर चल रहे हैं. प्रदेश में भ्रष्टाचार किस सीमा तक पहुंच चुका है, इसका अंदाज खुद कांग्रेस सरकार के मंत्रियों और विधायकों के बयानों से लगाया जा सकता है, लेकिन कांग्रेस सरकार के मुखिया धृतराष्ट्र की तरह लोकतंत्र और संवैधानिक मयार्दाओं का चीरहरण देख रहे हैं.