RCEP मामला: एस जयशंकर ने कहा- इस समय कोई भी समझौता नहीं होना एक खराब समझौता होने से बेहतर है
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 14, 2019 08:44 PM2019-11-14T20:44:09+5:302019-11-14T20:49:15+5:30
दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा, ''इस समय कोई भी समझौता नहीं होना एक खराब समझौता होने से बेहतर है।'' विदेश मंत्री ने आगे कहा, ''विश्व मंच पर भारत की स्थिति लगभग तय थी लेकिन चीन के साथ 1962 के युद्ध ने उसे काफी नुकसान पहुंचाया।''
आसियान के नेतृत्व वाले क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) से भारत के बाहर आ जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष की कई प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। इसी क्रम में विदेश मंत्री जयशंकर प्रसाद ने गुरुवार (14 नवंबर) को राजधानी दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा, ''इस समय कोई भी समझौता नहीं होना एक खराब समझौता होने से बेहतर है।'' विदेश मंत्री ने आगे कहा, ''विश्व मंच पर भारत की स्थिति लगभग तय थी लेकिन चीन के साथ 1962 के युद्ध ने उसे काफी नुकसान पहुंचाया।''
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, ''भारत को विभिन्न एजेंडों पर कई सहयोगियों के साथ काम करने के दृष्टिकोण का पालन करने की आवश्यकता है। उन सबकी अपनी अहमियत और प्राथमिकताएं होंगी लेकिन 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' आज की विदेश नीति में प्रासंगिक है।''
External Affairs Minister,S. Jaishankar at an event in Delhi: India needs to follow an approach of working with multiple partners on different agendas,they would each have their own importance&priorities but Sabka Sath,Sabka Vikas,Sabka Vishwas is today relevant in foreign policy pic.twitter.com/zDfgRxz5B1
— ANI (@ANI) 14 नवंबर 2019
बता दें कि इस मामले पर गृहमंत्री अमित शाह का भी बयान आया है। गृहमंत्री ने आरसीईपी से भारत के बाहर आने को साहसिक फैसला बताया था। उन्होंने कहा कि आरसीईपी के सदस्य देश लंबी वक्त तक भारत की उपेक्षा नहीं कर सकते हैं और वाले समय में भारत सरकार की शर्तों पर सहमत हो जाएंगे। गृहमंत्री शाह ने अंग्रेजी और हिंदी अखबारों में लिखे अपने लेख में ये बातें कहीं।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)