झारखंड: रांची के 12 थाना क्षेत्रों में लगाई गई धारा 144, इंटरनेट सेवा बंद, हिंसा में मरने वालों की संख्या हुई दो
By एस पी सिन्हा | Published: June 11, 2022 08:10 PM2022-06-11T20:10:28+5:302022-06-11T20:35:04+5:30
अस्पताल ने कहा कि 'रांची में हुई हिंसा के बाद राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) लाए गए कुल घायलों में से दो लोगों की मौत हो गई है। इस बीच रांची शहर में हालात तनावपूर्ण बना हुआ है।
रांची: भाजपा से निलंबित की गईं पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के बाद झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को हुए हिंसक उपद्रव के दूसरे दिन आज शनिवार को भी चहुंओर सन्नाटा पसरा हुआ है। शुक्रवार को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल दो लोगों की मौत हो गई है। इसकी पुष्टि रिम्स अस्पताल ने की। अस्पताल ने कहा कि 'रांची में हुई हिंसा के बाद राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) लाए गए कुल घायलों में से दो लोगों की मौत हो गई है।
इस बीच रांची शहर में हालात तनावपूर्ण बना हुआ है। सभी तरह की छोटी-बड़ी दुकानें पूरी तरह से बंद हैं। आलम यह है कि लोगों को चाय-पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। उपद्रव के बाद तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए गृह विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का ने राजधानी रांची क्षेत्र में सभी तरह की इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह रोक रांची जिले में रविवार तक लागू रहेगी। स्थिति नियंत्रण में है और इसकी निगरानी की जा रही है। सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है। सीसीटीवी फुटेज और वीडियो की जांच की जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। हिंसक प्रदर्शन करने वालों की पहचान की प्रक्रिया जारी है। इसके अतिरिक्त तमाम गतिविधियां सामान्य हैं।
पुलिस प्रशासन सक्रिय है और तमाम गतिविधियों पर नजर बनाये हुए है। सड़कों पर विरानगी पसरी हुई है। पुलिस के तमाम बड़े अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए हैं। सुरक्षा बलों की गश्ती जारी है। किसी भी तरह की अनहोनी से निपटने के लिए जवान सड़कों पर मुस्तैद नजर आ रहे हैं।
रांची हिंसा में 22 वर्षीय युवक मो कैफ और मो शाहिल की रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई। मारे गये व्यक्ति को कांटा टोली कब्रिस्तान में पुलिस सुरक्षा के बीच दफनाया गया। वहीं, करीब 50 लोगों के घायल होने की बात कही जा रही है। घायलों का इलाज रांची रिम्स में चल रहा है। डाक्टरों की टीम लगातार घायलों के इलाज में जुटी हुई है।
घायलों में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। कहा जा रहा कि प्रदर्शन के दौरान दोनों ओर से फायरिंग की गई। पहले उपद्रवियों ने पुलिस पर फायरिंग की, इसके जवाब में पुलिस ने उनपर गोलियां दागीं। हालांकि इस मामले में अबतक गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। लेकिन पुलिस वीडियो फुटेज और अखबारों में छपी तस्वीरों के जरिए उपद्रवियों की शिनाख्त में जुटी हुई है।
हालात सामान्य होते ही उपद्रवियों को गिरफ्तार करने का दावा पुलिस कर रही है। पुलिस के अनुसार, रांची जिले के 12 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दिया गया है। घटना वाले इलाके में तो सीनियर आइपीएस अधिकारी खुद कैंप कर रहे हैं। माहौल फिर से न बिगड़े इसके लिए एक हजार अतिरिक्त बलों की तैनाती कर दी गई है।
इस बीच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजधानी में भड़की हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि उन्हें अचानक इसकी सूचना मिली। निश्चित रूप से यह चिंता का विषय है। पुलिस प्रशासन शहर में शांति स्थापित करने में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं। हम सब सुनियोजित तरीके से ऐसी शक्तियों का शिकार हो रहे हैं, जिसका हम सबको गंभीर परिणाम भुगतना पडेगा। लोगों से अपील करता हूं कि वह धैर्य बनाये रखें। कानून और संविधान भी यही कहता है कि जो जुर्म करता है, उसे सजा मिलेगी। कोई भी किसी ऐसी घटना को अंजाम न दें, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े और वह जुर्म के भागीदार बनें।