दो दिन में 2 इनामी नक्सली ढेर, झारखंड पुलिस ने जिदन गुड़िया के बाद पुनई उरांव को मार गिराया
By एस पी सिन्हा | Published: December 23, 2020 04:11 PM2020-12-23T16:11:59+5:302020-12-23T16:13:03+5:30
झारखंड पुलिस को एक और कामयाबी मिली है. 15 लाख का इनामी पीएलएफआई का जोनल कमांडर जिदन गुड़िया के बाद 2 लाख का इनामी नक्सली पुनई उरांव नगड़ी थाना क्षेत्र के चेटे स्थित सिंहपुर गांव में मुठभेड़ में ढेर हो गया.
रांचीः झारखंड में उग्रवादियों के खिलाफ लगातार दूसरे दिन पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. खूंटी के बाद अब रांची की पुलिस ने 2 लाख का इनामी नक्सली पुनई उरांव को मारा गिराया.
रांची जिले के नगड़ी थाना क्षेत्र के चेटे स्थित सिंहपुर गांव में हुई मुठभेड में पुनई को मार गिराया गया. रांची और उसके आसपास के इलाकों में आतंक बने उग्रवादी पुनई उरांव को पुलिस ने मार गिराया. नक्सली पुनई उरांव पीएलएफआई का एरिया कमांडर था. इससे पहले सोमवार को खूंटी क्षेत्र में 15 लाख का इनामी पीएलएफआई का जोनल कमांडर जिदन गुड़िया को भी पुलिस ने मार गिराया था.
पुनई के दस्ते के लोग पुनई के कहने पर ही लेवी की वसूली करते थे
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुनई के दस्ते के लोग पुनई के कहने पर ही लेवी की वसूली करते थे. उस पर रंगदारी, लेवी वसूली और हत्या के कई मामले दर्ज हैं. झारखंड सरकार ने उस पर दो लाख रुपए का इनाम रखा था. बताया जाता है कि रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए पुनई उरांव को मार गिराया है.
रांची पुलिस एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा के नेतृत्व में रांची खूंटी बॉर्डर पर दोपहर के समय से ही जमी थी. खूंटी बॉर्डर के लोधमा इलाके में पीएलएफआई एरिया कमांडर पुनई के दस्ते के होने की सूचना पर पुलिस ने सर्च अभियान चलाया. इस दौरान पुलिस को देख पुनई व अन्य उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी.
जवाबी फायरिंग में पुलिस ने एरिया कमांडर को मार गिराया
जवाबी फायरिंग में पुलिस ने एरिया कमांडर को मार गिराया. घटनास्थल पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम मौजूद थे. बाद में रांची रेंज के डीआइजी अखिलेश कुमार झा भी मौके पर पहुंचे. एनकाउंटर के बाद पुलिस की टीम जंगली इलाके में लगातार सर्च अभियान चला रही है. पुलिस को बडे़ पैमाने पर हथियार व गोलियां मिलने की संभावना है.
बताया जाता है कि नक्सली पुनई को खूंटी, गुमला और रांची के सीमावर्ती क्षेत्रों में खासा दबदबा था. इसके खिलाफ रांची और खूंटी के अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज है. पुलिस को पुनई की लंबे समय से तलाश थी. कई बार इसकी गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था.
नक्सली पुनई पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का करीबी माना जाता है. पुनई रांची क्षेत्र को ही अपना ठिकाना बना रखा था. जमीन कारोबारियों के अलावा बडे़ व्यवसायियों से रंगदारी वसूली किया करता था. इसके एक दिन पहले सोमवार (21 दिसंबर, 2020) को खूंटी जिले के मुरहू और बंदगांव की सीमा स्थित कोयंगसार में पुलिस- नक्सली मुठभेड़ में 15 लाख रुपये का इनामी पीएलएफआई जोनल कमांडर जिदन गुड़िया मारा गया.