'मौसम वैज्ञानिक' रामविलास पासवान ने क्या हवा का रुख भांप लिया है, एनडीए छोड़ सकते हैं?
By एस पी सिन्हा | Published: December 19, 2018 08:04 PM2018-12-19T20:04:35+5:302018-12-19T20:53:45+5:30
मंगलवार को लोजपा सांसद चिराग पासवान के किए गए दो ट्वीट्स ने इसे और पुख्ता कर दिया है। जबकि आज रामविलास पासवान के भाई और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने पटना में बकायदा पत्रकार वार्ता कर बीजेपी को 31 दिसंबर तक सीट शेयरिंग का काम पूरा कर लेने की चेतावनी दे दी है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार एनडीए में सीट बंटवारे में देरी से दलों के बीच खटास और बढने के संकेत मिल रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने और भाजपा की तीन प्रदेशों में हार के बाद एनडीए में असंतोष उभरने के संकेत मिल रहे हैं। अब रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा ने भी भाजपा को खुला अल्टीमेटम दे दिया है। मंगलवार को लोजपा सांसद चिराग पासवान के किए गए दो ट्वीट्स ने इसे और पुख्ता कर दिया है। जबकि आज रामविलास पासवान के भाई और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने पटना में बकायदा पत्रकार वार्ता कर बीजेपी को 31 दिसंबर तक सीट शेयरिंग का काम पूरा कर लेने की चेतावनी दे दी है।
पारस ने साफ कर दिया कि उनकी पार्टी को 7 सीटों में एक भी कम मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि बीते चार सालों में पार्टी का विस्तार हुआ है और इसके नेताओं की लोकप्रियता भी बढी है। इसलिए हम बिहार के साथ ही झारखंड और उत्तर प्रदेश में भी लोकसभा चुनाव में सीटों की मांग करते हैं। इसके साथ ही चिराग पासवान के चाचा और बिहार सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस ने अपने भतीजे के ट्वीट को बिल्कुल सही बताया है। इस तरह लोजपा के इस तेवर के बाद बिहार की राजनीतिक गलियारे में हलचल बढ़ा दी है।
इसके साथ ही कई तरह के चर्चा जोरों पर है। चर्चा यह भी है कि सियासत के सबसे बडे मौसम वैज्ञानिक माने जाने वाले रामविलास पासवान ने सियासी हवाओं का रुख भांप लिया है। हाल ही में पांच विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पासवान को यह लग गया है कि आगमी चुनाव में भाजपा का बेडा पार नहीं लगने वाला है। लिहाजा लोजपा ने भाजपा को खुला अल्टीमेटम दे दिया है। यहां बता दें कि रालोसपा पहले ही इस मुद्दे पर एनडीए से अलग हो गई है। वहीं, अब लोजपा ने एनडीए की सबसे बडी घटक दल भाजपा को नसीहत दी है।
तीन बड़े राज्यों में हार के बाद भाजपा की सहयोगी पार्टियां अब उसपर दबाव बनाने लगी है। यहां उल्लेखनीय है कि पहले जीतन राम मांझी, फिर उपेंद्र कुशवाहा और अब क्या रामविलास पासवान? कहा जाने लगा है कि एनडीए की घटक और रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी भी क्या 2019 के चुनाव से पहले एनडीए का साथ छोड़ने के मूड में हैं!
मंगलवार देर शाम लोजपा संसदीय दल के नेता चिराग पासवान ने दो ट्वीट कर भाजपा को सहयोगी पार्टियों को विश्वास में लेने की नसीहत दी थी। चिराग पासवान ने अपने पहले ट्वीट में कहा है कि टीडीपी और रालोसपा के एनडीए से जाने के बाद गठबंधन नाजुक मोड़ से गुजर रहा है। ऐसे समय में भाजपा गठबंधन में फिलहाल बचे हुए साथियों की चिंताओं को समय रहते सम्मानपूर्वक तरीके से दूर करें।
वहीं, दूसरे ट्वीट में कुछ धमकी भरे अंदाज में लोजपा सांसद ने कहा कि गठबंधन की सीटों को लेकर कई बार भाजपा के नेताओं से मुलाकात हुई। लेकिन, अभी तक कुछ ठोस बात आगे नहीं बढ़ पाई है। इस विषय पर समय रहते बात नहीं बनी तो इससे नुकसान हो सकता है।