नक्सलियों को एके-47 से लेकर रॉकेट लांचर तक आपूर्ति कर रहे हैं बिहार के अपराधी, मंजीत और मोनाजिर ने किया खुलासा, जानिए सबकुछ
By एस पी सिन्हा | Published: December 26, 2020 02:55 PM2020-12-26T14:55:00+5:302020-12-26T20:36:49+5:30
बिहार पुलिस ने खुलासा किया है कि राज्य के अपराधी झारखंड सहित कई राज्य को नक्सली को एके-47 से लेकर रॉकेट लांचर उपलब्ध करा रहे हैं. मंजीत झारखंड में कोल ट्रेडिंग करता है और मोनाजिर उसका पाटर्नर है.
पटनाः बिहार के अपराधी नक्सलियों को हथियार की सप्लाई कर रहे हैं. पुलिस के साथ मुठभेड में कई बार बिहार के अपराधियों के घटनास्थल पर मौजूद होने के सबूत मिले हैं.
इस संबंध में स्पेशल ब्रांच की टीम अपने स्तर से उन नक्सलियों व उनके समर्थकों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है. पुलिस ने प्रथम दृष्टया जांच में पाया है कि पीएलएफआई नक्सलियों को हथियार मुहैया बिहार के अपराधी ही कर रहे हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार इन अपराधियों ने नक्सलियों को एके-47 से लेकर रॉकेट लांचर तक सप्लाई किया है.
हाल के दिनों में झारखंड के रामगढ़ से एके-47 मामले में मोनाजिर को गिरफ्तार किया था. मंजीत झारखंड में कोल ट्रेडिंग करता है और मोनाजिर उसका पाटर्नर है. दोनों झारखंड के कोयला माफिया को एके-47 उपलब्ध कराते थे. मोनाजिर से पूछताछ में एके-47 से जुडे़ कई अहम सुराग पुलिस को मिले थे.
सेंट्रल ओर्डिनेंस डिपो जबलपुर से चोरी कर मुंगेर के हथियार माफिया से बेचे गए एके-47 की जांच का दायरा दिनोदिन बढ़ने पर अपराधियों व नक्सलियों के साथ ही आतंकियों तक को उपलब्ध कराने का अंदेशा है. इसके साथ ही मुंगेर के हथियार तस्करों ने सबसे अधिक एके-47 हथियार नक्सलियों व उग्रवादियों के हाथों बेचे हैं.
वहीं गया, नालंदा व औरंगाबाद के लोगों ने भी जमकर एके-47 की खरीदारी की है. मुंगेर पुलिस के अनुसंधान के दौरान यह बात सामने आया कि हथियार तस्कर इमरान व शमशेर ने भारी संख्या में हथियारों की खरीद-फरोख्त की है. साथ ही इनलोगों ने हथियार तस्करी को अंजाम देने में महिलाओं का भी खूब सहयोग लिया.
वहीं, दूसरी ओर हथियार तस्कर मंजर आलम का सांठगांठ झारखंड के नक्सलियों व अपराधियों से रहा है और उसने कोल क्षेत्र में एके-47 की पहुंच बनाई. देवघर जिले के एक राजनीतिक दल के नेता व व्यवसायी ने भी कई बार हथियारों की डील की.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जसीडीह के डिगरिया पहाड़ के आसपास उक्त हथियारों की खेप पहुंचती थी. सूचना तो यहां तक है कि उक्त नेता ने उग्रवादी संगठन जेपीसी को भी हथियार उपलब्ध कराया था. उक्त नेता की कुछ अन्य मामलों में भी नाम उछले हैं.