रामविलास पासवानः मुखाग्नि देने के बाद बेहोश होकर गिरे चिराग, मांझी ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, भारत रत्न दिया जाए
By एस पी सिन्हा | Published: October 10, 2020 08:00 PM2020-10-10T20:00:30+5:302020-10-10T20:00:58+5:30
रामविलास पासवान की पत्नी रीना शर्मा, बेटी, भाई पशुपति कुमार पारस, प्रिंस राज, समेत कई रिश्तेदार घाट पर मौजूद रहे हैं. सभी ने गंगा घाट पर श्रद्धांजलि दी और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की.
पटनाः पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक रामविलास पासवान का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार आज पटना के दीघा स्थित जर्नादन घाट पर कर दिया गया. चिराग पासवान कभी गंगा घाट पर मां को संभाल रहे थे तो कभी पिता के याद कर गमगीन हो जा रहे थे. जैसे ही मुखाग्नि दी की वह बेहोश होकर गिर गए.
दिल्ली के एक अस्पताल में पिता रामविलास पासवान के अंतिम सांस लेने के बाद से 37 वर्षीय सांसद काफी टूट चुके हैं. चिराग कर्तव्य निष्ठ बेटे की तरह हमेशा अपने पिता की सेवा में लगे दिखाई दिए. लॉकडाउन के दौरान जब सैलून बंद थे ,चिराग अपने पिता के बाल काटते हुए भी दिखे थे.
पिता पासवान के बीमार रहने के दौरान अस्पताल में उनके बिस्तर के पास ही अपना अधिकतर समय गुजारने वाले चिराग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ झंडा बुलंद करते हुए अकेले ही विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने का आश्चर्यजनक निर्णय लिया था.
इस दौरान मौजूद लोगों ने चिराग को उठाया. इससे पहले रामविलास पासवान की शवयात्रा उनके पटना स्थित कृष्णा पुरी आवास से निकली और करीब पौने तीन बजे घाट पर पहुंची. रामविलास पासवान की पत्नी रीना शर्मा, बेटी, भाई पशुपति कुमार पारस, प्रिंस राज, समेत कई रिश्तेदार घाट पर मौजूद रहे हैं. सभी ने गंगा घाट पर श्रद्धांजलि दी और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की.
रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय और राजद नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी
अंतिम संस्कार से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुनार मोदी, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय और राजद नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. आज सुबह आठ बजे से ही उनके पटना के श्रीकृष्णपुरी स्थित उनके निजी आवास पर अपने लोकप्रिय नेता के अंतिम दर्शन को लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. यहां से दोपहर में उनकी अंतिम यात्रा दीघा के जनार्दन घाट के लिए शुरू हुई.
रामविलास पासवान का राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान सेना के जवान ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. अपने नेता की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए हजारों लोगों की भीड जनार्दन घाट पर पहुंची हुई थी. बिहार के कई जिलों से एलजेपी के सैकडों कार्यकर्ता पहुंचे हुए थे. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बैरिकेडिंग किया गया था, लेकिन लोग अपने नेता को करीब से देखना चाहते थे.
मौजूद पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित किया
इस दौरान बैरिकेडिंग को तोड आगे बढ़ गए. मौजूद पुलिसकर्मियों ने भीड़ को नियंत्रित किया. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और हम के प्रमुख जीतन राम मांझी और नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में शामिल भाजपा नेता प्रेम कुमार ने रामविलास पासवान के लिए भारत रत्न की मांग की है. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा है कि पासवान को भारत रत्न मिले और उनके दिल्ली आवास को स्मारक बनाया जाए. यहां बता दें कि रामविलास पासवान का गुरुवार शाम दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया था.
उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम पटना लाया गया, जिसके बाद विधानसभा और पार्टी ऑफिस में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्य के कई नेताओं ने पासवान के पार्थिक शरीर पर पुष्ण अर्पित किए और श्रद्धांजलि दी. इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली में उनके आवास पर रामविलास पासवान का पार्थिव शरीर रखा गया था जहां, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी