अयोध्या विवाद पर मोदी के मंत्रियों का राम मंदिर राग, सीएम योगी बोले- दिवाली बाद शुरू होगा काम!
By स्वाति सिंह | Published: November 4, 2018 12:54 PM2018-11-04T12:54:21+5:302018-11-04T12:54:21+5:30
CM Yogi Adityanath on Ram Temple construction in Ayodhya: सीएम ही नहीं बल्कि अयोध्या विवाद पर संत समाज की और से लगातर दबाव के बाद मोदी सरकार के अन्य कई मंत्रियों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की है।
अयोध्या में राममंदिर को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का काम जल्द शुरू होगा। दरअसल, शनिवार को यूपी सीएम राजस्थान के बीकानेर में एक चुनावी रैली को संबोधित करने गए थे। यहां योगी ने कहा 'आप सब अपने घरों में प्रभु राम के नाम का एक दीपक जलाएं, वहां जल्द ही काम शुरू होगा।
'राम मंदिर मेरा सपना'
सिर्फ सीएम ही नहीं बल्कि अयोध्या विवाद पर संत समाज की और से लगातर दबाव के बाद मोदी सरकार के अन्य कई मंत्रियों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की है। लंबे समय से राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रहीं केंन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है 'राम मंदिर उनका सपना है और मैं इसके लिए हर प्रयास करूंगी। उन्होंने आगे कहा कि राम जन्मभूमि आंदोलन में मैं सक्रिय रूप से भागीदार थी और मुझे इस पर गर्व है'।
केंद्रीय मंत्री ने किया मंदिर के लिए कानून का समर्थन
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सांसद पीपी चौधरी ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए और अगर इसमें न्यायिक देरी हो रही है तो इसके लिए कानून बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा 'यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और हम सब चाहते हैं कि इस मामले में जल्दी फैसला। मैं सरकार के बारे में नहीं कह सकता लेकिन मेरी निजी राय है कि यदि न्याय प्रक्रिया में देरी होती है तो कानून बनाया जा सकता है।
राम मंदिर के लिए कानून ला सकती है मोदी सरकार
उधर, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस चेलमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय में मामला लंबित होने के बावजूद सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बना सकती है। उन्होंने कहा कि विधायी प्रक्रिया द्वारा अदालती फैसलों में अवरोध पैदा करने के उदाहरण पहले भी रहे हैं। न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की है जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एक कानून बनाने की मांग संघ परिवार में बढ़ती जा रही है।
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में होगी देरी तो आएगा बिल
योग गुरु रामदेव ने अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने की शनिवार को कड़ी वकालत की और कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट मामले में जल्द फैसला नहीं देता तो संसद में कानून लाया जाना चाहिए। रामदेव ने कहा 'यदि मामले में शीर्ष अदालत जल्द फैसला नहीं देती है तो लोकतंत्र में संसद सर्वोच्च संस्थान है और कानून लाने में कुछ भी गलत नहीं है।' उन्होंने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनेगा तो और क्या बनेगा।'
संतों का धर्मादेश
उधर, अयोध्या में राममंदिर के निर्माण सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर शनिवार (3 अक्टूबर ) से देश भर के लगभग तीन हजार से ज्यादा साधु संत दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में जुटें हैं। दो दिवसी यह यह संत समागम रविवार (4 अक्टूबर ) तक चलेगा। इस कार्यक्रम के दौरान साधु-संत सरकार को राम मंदिर के निर्माण के लिए कानून बनाने का 'धमार्देश' देनेवाले हैं।
विपक्ष का हमला
बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने एक नवंबर को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए वह एक निजी विधेयक लाएंगे। साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत अन्य विपक्षी नेता इसका समर्थन करेंगे। इसपर पलटवार करते हुए राकेस सिन्हा से पूछा- जब बीजेपी की सरकार है तो फिर उन्हें प्राइवेट बिल लाने की क्या जरूरत है?
सरकार कर रही है विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि मोदी सरकार अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राम मंदिर और मूर्तियों का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा 'प्रतिमाओं को स्थापित करना मुझे रोमन साम्राज्य के उन दिनों की याद दिलाता है, जब लोगों को उनके ऊपर हो रहे अत्याचारों से ध्यान भटकाने के लिए सर्कस दिखाया जाता था।'