राम मंदिर भूमि पूजनः बद्रीनाथ और बंगाल की पवित्र मिट्टी और जल अयोध्या भेजा गया, 5 अगस्त को अनुष्ठान
By भाषा | Published: July 27, 2020 07:13 PM2020-07-27T19:13:19+5:302020-07-27T19:13:19+5:30
कार्यक्रम से जुड़े सदस्यों ने बताया कि उत्तराखंड के चारों धामों से सामूहिक रूप से जल एकत्रित कर हरिद्वार लाया जाएगा और वहां से 29 जुलाई को अयोध्या ले जाया जायेगा।
कोलकाता/गोपेश्वरः पश्चिम बंगाल के पांच मंदिरों की पवित्र मिट्टी और संगम (गंगा का अन्य नदियों के साथ संगम) का पवित्र जल पांच अगस्त को राममंदिर के भूमि पूजन के लिए अयोध्या भेजा जाएगा।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक वरिष्ठ नेता ने यहां यह जानकारी दी। पांच अगस्त के अनुष्ठान के साथ ही राम मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। पिछले साल नवंबर में उच्चतम न्यायालय ने उत्तर प्रदेश के अयोध्या मे दशकों पुराने विवाद का निस्तारण कर दिया था।
विहिप नेता एवं संगठन के बंगाल मीडिया प्रभारी सौरीश मुखर्जी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘कालीघाट, दक्षिणेश्वर, गंगासागर और कूचबिहार के मदन मोहन जैसे मंदिरों की पवित्र मिट्टी के साथ ही गंगाासागर, भागीरथि, त्रिवेणी नदियों के संगम से पावन जल अयोध्या भेजा जाएगा।
इसका उपयोग राममंदिर के भूमि पूजन अनुष्ठान के दौरान किया जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते पश्चिम बंगाल के विहिप नेता अयोध्या में भूमि पूजन अनुष्ठान में शामिल नहीं हो पायेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘ हम टीवी पर उसे देखेंगे और ऐसा इंतजाम करेंगे ताकि राज्य के चप्पे-चप्पे पर उसे सोशल मीडिया पर देखा जा सके।’’
राममंदिर के लिए बद्रीनाथ से मिट्टी और जल अयोध्या भेजा गया
राम मंदिर निर्माण के लिए बद्रीनाथ की मिट्टी तथा अलकनंदा नदी का जल सोमवार को अयोध्या भेजा गया। राम मंदिर के शिलान्यास के लिए प्रतीकात्मक रूप से बद्रीनाथ धाम की पवित्र मिट्टी और अलकनंदा नदी के जल से भरा कलश बद्रीनाथ मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम के बाद मंदिर के सिंहद्वार से अयोध्या ले जाया गया।
उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड द्वारा भी कार्यक्रम में सहयोग किया गया। यह जल कलश और मिट्टी यहां से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद के स्वयं सेवक और भाजपा कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचायेंगे। इस कार्यक्रम से जुड़े सदस्यों ने बताया कि उत्तराखंड के चारों धामों से सामूहिक रूप से जल एकत्रित कर हरिद्वार लाया जाएगा और वहां से 29 जुलाई को अयोध्या ले जाया जायेगा। उल्लेखनीय है कि पांच अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शिलान्यास करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।