राम जेठमलानी का निधन: इंदिरा-राजीव गांधी के हत्यारों से लेकर आतंकी अफजल गुरू का लड़ा केस, जानें उनके 77 साल के वकालत का सफर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 8, 2019 10:02 AM2019-09-08T10:02:17+5:302019-09-08T10:02:17+5:30
भारत के सबसे महंगे वकीलों में शुमार जेठमलानी एक केस के लिए 25 लाख रुपये तक लेते थे।
मशहूर वकील और पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री राम जेठमलानी (95 वर्ष) का दिल्ली में निधन हो गया है। 77 सालों तक वकालत करने वाले जेठमलानी देश के सबसे महंगे और दिग्गज वकीलों में शुमार रहे हैं।
सिर्फ 13 साल की उम्र में मैट्रिक पास करने वाले और 17 साल की उम्र में वकालत शुरू करने वाले जेठमलानी इंदिरा गांधी के हत्यारों से लेकर बलात्कार के दोषी आसाराम का केस लड़ चुके हैं।
सुप्रीम कोर्ट के किसी न्यायाधीश की अधिकतम उम्र 65 साल हो सकती है, जबकि राम जेठमलानी का वकालत का अनुभव ही लगभग 77 साल है।
1940 में अपना पहला केस लड़ने वाले जेठमलानी ने 2017 में वकालतनामा को अलविदा कह दिया था।
भारत के सबसे महंगे वकीलों में शुमार जेठमलानी एक केस के लिए 25 लाख रुपये तक लेते थे।
राम जेठमलानी सबसे पहले 1959 के केएम नानावटी बनाम महाराष्ट्र सरकार मामले से चर्चा में आए थे। जेठमलानी को तो इस केस ने राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित कर दिया।
इसके बाद उन्होंने भारतीय वकालत के इतिहास में बहुत से विवादित केस लड़े।
जानिए उनके हाईप्रोफाइल केस बारे में
-पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह के वकील के तौर पर पेश हुए थे
-संसद पर हमले के आरोपी कश्मीरी आतंकी अफजल गुरु के मामले में भी पैरवी की थी
-2011 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के दोषी वी श्रीहरन के बचाव में अदालत में पेश हुए थे
-यूपीए सरकार के सबसे चर्चित घोटाले 2 जी घोटाले में भी जेठमलानी ने आरोपी और डीएमके नेता कनिमोझी के बचाव में पैरवी की
-जेसिका लाल मर्डर केस भी दोषी मनु शर्मा की तरफ से पेश हुए
-मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन हॉजी मस्तान का केस लड़ा
-रेप के दोषी आसाराम को बचाने के लिए राजस्थान तक गए
-सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से अदालत में हाजिर हुए थे