राज्यसभाः 31 मार्च को 72 सदस्यों को दी जाएगी विदाई, पीयूष गोयल, सुब्रमण्यम स्वामी और खड़गे शामिल, कुछ सांसद नहीं दिखेंगे संसद में!
By सतीश कुमार सिंह | Published: March 30, 2022 08:03 PM2022-03-30T20:03:42+5:302022-03-30T20:05:41+5:30
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को सदन में घोषणा की कि बृहस्पतिवार को सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा लिया जाएगा ताकि विभिन्न दलों के नेता और सदस्य इस अवसर पर बोल सकें।
नई दिल्लीः राज्यसभा सेवानिवृत्त हो रहे अपने 72 सदस्यों को बृहस्पतिवार को विदाई देगी। सभापति एम. वेंकैया नायडू तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर सदस्यों को विदाई देंगे। इसके साथ ही सदन के नेता पीयूष गोयल और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी इन 72 सदस्यों को विदाई देंगे।
सभापति एम. वेंकैया नायडू रात्रिभोज देंगे। टीएमसी नेता शातुन सेन गिटार बजाएंगे। टीएमसी के ही डोला सेन रविंद्र संगीत पेश करेंगी। डीएमके नेता टी शिवा तमिल संगीत पेश कर सकते हैं। बीजेपी सांसद रूपा गांगुली हिन्दी गीत प्रस्तुत करेंगी।
इन सदस्यों में सात मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं। नायडू ने बुधवार को सदन में घोषणा की कि बृहस्पतिवार को सदन में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा लिया जाएगा ताकि विभिन्न दलों के नेता और सदस्य इस अवसर पर बोल सकें। अप्रैल में सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों में सदन में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, ए. के. एंटनी, भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी, एम. सी. मैरी कॉम और स्वप्न दासगुप्ता शामिल हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सुरेश प्रभु, एम. जे अकबर, जयराम रमेश, विवेक तन्खा, वी. विजयसाई रेड्डी का कार्यकाल जून में समाप्त होगा। जुलाई में सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों में पीयूष गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी, पी. चिदंबरम, अंबिका सोनी, कपिल सिब्बल, सतीश चंद्र मिश्रा, संजय राउत, प्रफुल्ल पटेल और के. जे. अल्फोंस शामिल हैं।
कुछ केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं को फिर से नामित किया जाएगा, वहीं कांग्रेस के कुछ सदस्यों को पुन: नामित किए जाने पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। इनमें से कई सदस्य जी-23 में शामिल हैं जो पार्टी नेतृत्व की आलोचना करते रहे हैं।