राज्यसभा चुनाव: बीजेपी ने जीती 8 तो कांग्रेस का 4 सीटों पर कब्जा, जानें 10 खास बातें
By सुमित राय | Published: June 20, 2020 08:30 AM2020-06-20T08:30:17+5:302020-06-20T08:45:14+5:30
राज्यसभा की 19 सीटों के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 8 और कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि वाईएसआर कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश की सभी 4 सीटों पर कब्जा जमाया।
नई दिल्ली। राज्यसभा के लिए शुक्रवार को आठ राज्यों की 19 सीटों के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस ने 4 सीटों पर कब्जा किया। भाजपा ने गुजरात में तीन, मध्य प्रदेश में दो और राजस्थान, झारखंड व मणिपुर में एक-एक सीट पर कब्जा जमाया, वहीं कांग्रेस ने राजस्थान में दो सीटें और मध्य प्रदेश व गुजरात में एक-एक सीटों पर जीत दर्ज की।
1. गुजरात में भाजपा के अभय भारद्वाज, रामिलाबेन बारा और नरहरि अमीन और कांग्रेस के शक्तिसिंह गोहिल ने राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज की। कांग्रेस ने दूसरी सीट के लिए भरत सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा था, लेकिन वह हार गए।
2. राजस्थान से कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी व भाजपा के राजेंद्र गहलोत बिना किसी क्रॉस-वोटिंग के उच्च सदन के लिए चुने गए। भाजपा ने ओंकार सिंह लखावत के रूप में दूसरा उम्मीदवार भी उतारा था, लेकिन वह हार गए। इसके साथ ही राजस्थान से राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी की संख्या तीन हो गई है, जबकि कुल 10 में से अन्य सात भाजपा सदस्य हैं।
3. मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी भाजपा के टिकट पर चुने गए थे, जबकि कांग्रेस से दिग्विजय सिंह ने जीत दर्ज की। कांग्रेस दलित नेता फूल सिंह बैरिया को दूसरे उम्मीदवार के रूप में उतारा था, जो चुनाव हार गए। समाजवादी पार्टी के विधायक राजेश शुक्ला को उनकी पार्टी ने भाजपा को वोट देने के कारण निष्कासित कर दिया।
4. आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने उम्मीद के मुताबिक सभी चार सीटों पर कब्जा जमाया। आंध्रप्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने उम्मीद के मुताबिक राज्यसभा की चारों सीटों पर जीत हासिल कर ली। वाईएसआर से उपमुख्यमंत्री पिल्ली सुभाष चंद्र बोस, मंत्री मोपिदेवी वेंकटरमन, उद्योगपति परिमल नाथवानी और रियल इस्टेट कारोबारी अयोध्या रामी रेड्डी विजयी रहे। सभी को 38-38 वोट मिले।
5. मणिपुर में राज्यसभा की एक सीट के लिए हुआ चुनाव राजनीतिक घटनाक्रम से भरा रहा। चुनाव में भाजपा उम्मीदवार लिसेम्बा सानाजाओबा ने जीत हासिल की। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार टी मांगी बाबू को हराकर चुनाव जीता। सानाजाओबा को 28 वोट मिले, जबकि बाबू को 24 वोट मिले। वहीं झारखंड में पूर्व मुख्यमंत्री व झामुमो नेता शिबू सोरेन और भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने जीत हासिल की। मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के डब्ल्यू आर खरलुखी ने राज्य से एकमात्र सीट जीती। मिजोरम में, सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) ने राज्य की एकमात्र सीट भी जीती।
6. गुजरात और आंध्र प्रदेश की चार सीटों पर, मध्य प्रदेश और राजस्थान से तीन-तीन, झारखंड से दो और पूर्वोत्तर राज्यों मेघालय और मणिपुर और मिजोरम में एक-एक सीट पर चुनाव हुए थे। मतदान सुबह 9 बजे शुरू हुआ। चुनाव में सबसे कड़ी टक्कर गुजरात में एक सीट पर, एक राजस्थान में, और एक मध्य प्रदेश की सीट पर थी।
7. दो राज्यों, गुजरात और राजस्थान में कांग्रेस ने बीजेपी पर अपने विधायकों को खरीदने के प्रयासों का आरोप लगाया। गुजरात में यह नाटक गुजरात में अधिक था, जहां भाजपा ने तीन साल पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की सीट को हथियाने के लिए एक लड़ाई लड़ी थी, लेकिन मामूली अंतर से चूक गई थी।
8. चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए मतदान के लिए विस्तृत व्यवस्था की थी। इसके लिए हर विधायक को शरीर के तापमान की जांच की गई और चेहरे के मास्क पहनने व सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे सुरक्षा उपायों का पालन किया गया। बुखार होने या कोरोना के अन्य लक्षण दिखने वाले विधायकों को एक अलग प्रतीक्षा कक्ष में रखा गया था।
9. राजस्थान भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस विधायक वाजिब अली को वोट देने पर आपत्ति जताई, आरोप लगाया कि वह हाल ही में विदेश से लौटे और क्वारंटाइन के नियमों का उल्लंघन किया है। विधानसभा भवन में मतदान से पहले विधायक ने पीपीई सूट पहना और फिर वोटिंग की। इसके अलावा मध्य प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने भी पीपीई किट पहनकर अंत में वोट डाला।
10. शुक्रवार के मतदान से पहले, एनडीए के पास 245 राज्यसभा सीटों में से 91, कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए में 61 थी। अन्य विपक्षी दलों और गैर-गठबंधन दलों के पास 68 सीटें थीं।