राजौरी में संघर्ष विराम उल्लंघन में एक सैनिक शहीद, दो बीएसएफ जवान जख्मी
By भाषा | Published: November 11, 2018 12:39 AM2018-11-11T00:39:06+5:302018-11-11T00:39:06+5:30
जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक शनिवार को पाकिस्तानी स्नाइपर की गोली लगने से एक सैनिक शहीद हो गया जबकि सीमापार से हुई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए।
जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के नजदीक शनिवार को पाकिस्तानी स्नाइपर की गोली लगने से एक सैनिक शहीद हो गया जबकि सीमापार से हुई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि शहीद सैनिक राइफलमैन वरूण कत्तल (21) जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के मावा राजपुरा क्षेत्र के निवासी थे। सुंदरबनी सेक्टर में सीमापार से एक स्नाइपर द्वारा चलाई गई गोली से उनकी मौत हो गई, जिसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई।
जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक पिछले दो दिनों में दूसरी बार स्नाइपर ने हमला किया। शुक्रवार को जम्मू के अखनूर सेक्टर में इसी तरह के हमले में सेना के एक पोर्टर की मौत हो गयी थी। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया, ‘‘सुबह तकरीबन पौने दस बजे सुंदरबनी सेक्टर में पाकिस्तान ने संघर्षविराम का उल्लंघन किया। सीमापार से स्नाइपर ने एक सैनिक पर गोली चलाई और घायल सैनिक की सुबह 11.10 बजे मौत हो गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राइफलमैन कत्तल बहादुर और निष्ठावान सैनिक थे। राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान के लिए देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा।’’
उनके परिवार में मां पिंकी रानी और पिता अचल सिंह हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तानी चौकियों को समुचित जवाब दिया। अधिकारियों ने बताया कि सुंदरबनी सेक्टर में एक सीमा चौकी पर तैनात बीएसएफ के दो कर्मी शाम में पाकिस्तान के साथ हुई गोलीबारी में घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
21 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर लाइट इंफैन्ट्री रेजीमेंट के तीन सैनिक और हथियारों से लैस दो घुसपैठिए मारे गए थे। माना जाता है कि घुसपैठिये पाकिस्तान सेना की बार्डर एक्शन टीम (बीएटी) के सदस्य थे।
छह नवंबर को राजौरी के नौशेरा सेक्टर में कलाल में सीमा की दूसरी तरफ से स्नाइपर हमले में एक सैनिक घायल हो गया था। राजौरी..पुंछ सेक्टर के मंजाकोट में नियंत्रण रेखा के नजदीक शुक्रवार को गोलीबारी की एक अन्य घटना में बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था।
पिछले आठ साल के दौरान इस साल पाकिस्तान की तरफ से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं। गृह मंत्रालय ने एक आरटीआई के जवाब में बताया कि इस साल पहले सात महीने में प्रदेश में 1435 दफा संघर्षविराम उल्लंघन किया गया जिसमें 52 लोग मारे गये और 232 लोग घायल हुए हैं।