पर्यटकों के लिए खुला सियाचिन, राजनाथ बोले- 'कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा, चीनी राष्ट्रपति ने भी ये मुद्दा नहीं उठाया'
By विनीत कुमार | Published: October 21, 2019 05:15 PM2019-10-21T17:15:51+5:302019-10-21T17:15:51+5:30
पूर्वी लद्दाख में दुर्बुक और दौलत बेग ओल्डी हवाई अड्डे के बीच बने पुल का उद्घाटन करने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंध अच्छे और दोस्ताना हैं।
पूर्वी लद्दाख में दुर्बुक और दौलत बेग ओल्डी हवाई अड्डे के बीच बने पुल का उद्घाटन करने सोमवार को पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच अच्छे और दोस्ताना संबंध हैं।
राजनाथ सिंह ने हालांकि ये भी स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर कुछ मुद्दे जरूर हैं लेकिन इन्हें काफी जिम्मेदारी और परिपक्वता से संभालने की कोशिश हुई है। राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों ही देशों ने विवाद को हाथ से बाहर नहीं जाने दिया है। राजनाथ कर्नल च्यूइंग शिनचेन पुल नाम के पुल के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे।
यह पुल वास्तविक नियंत्रण रेखा से 45 किमी पूर्व में स्थित है। यह पुल यात्रा के समय को लगभग आधा कर देगा और सीमा क्षेत्रों और श्योक नदी के पार के गांवों के विकास में मदद करेगा।
पर्यटकों के लिए खुला सियाचिन क्षेत्र
राजनाथ सिंह ने इस मौके पर यह भी बताया कि सियाचिन क्षेत्र पर्यटकों और पर्यटन के लिए अब खोल दिया गया है। राजनाथ सिंह ने कहा, 'सियाचिन बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक, पूरा क्षेत्र पर्यटन के लिए खोल दिया गया है।'
कश्मीर हमेशा भारत का आंतरिक मुद्दा
राजनाथ सिंह ने इस मौके पर इस बात पर भी एक बार फिर बल दिया कि कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है। राजनाथ सिंह ने कहा, 'यहां तक कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान कश्मीर की बात नहीं की थी। चीन के आतंक के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ताजा बयान भी महत्वपूर्ण है।'
राजनाथ के सामने हुआ प्रेजेंटेशन, भारत ने पीओके में कैसे किया ऑपरेशन
सूत्रों के अनुसार भारतीय सेना के एक दिन पहले ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी लॉन्च पैड्स पर किये गये कार्रवाई की भी जानकारी राजनाथ सिंह को विस्तार से दी गई। सूत्रों के मुताबिक राजनाथ सिंह के सामने इस पूरी कार्रवाई को लेकर प्रेजेंटेशन रखा गया। इस प्रेजेंटेशन को चिनार कोर्प्स के जनरल ऑफिस कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन की ओर से रखा गया। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे।