ईद के बाद आतंकियों पर फिर चलेगा सेना का चाबुक, शुरू होगा ऑपरेशन ऑल आउट!
By आदित्य द्विवेदी | Published: June 14, 2018 08:40 PM2018-06-14T20:40:47+5:302018-06-14T20:40:47+5:30
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। रमजान में सीजफायर के दौरान सुरक्षा बलों पर हुए हमले और आतंकी घटनाओं की रिपोर्ट पेश की गई।
नई दिल्ली, 14 जूनः इंसानियत के नाते सरकार ने रमजान के दौरान जम्मू-कश्मीर में सीजफायर की घोषणा की थी। लेकिन पिछले एक महीने में हालात बद से बदतर होते गए। गुरुवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आवास में उच्चाधिकारियों की बैठक बुलाई जिसमें अमरनाथ यात्रा और प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईद के बाद सीजफायर का फैसला वापस लिया जा सकता है। कश्मीर में भारतीय सेना एकबार फिर ऑपरेशन ऑल आउट शुरू कर सकती है जिससे आतंकियों की शामत आनी तय है।
गृहमंत्री के साथ बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आर्मी चीफ, आईबी चीफ, सीआरपीएफ डीजी, बीएसएफ डीजी भी शामिल रहे। रमजान के दौरान कश्मीर में किसी भी तरह के सैन्य ऑपरेशन पर सरकार ने एकतरफा रोक लगाई हुई है। सरकार के इस फैसले से आतंकियों और अलगाववादियों के हौसले बुलंद हैं। सभी सुरक्षा एजेंसियों ने इस दौरान आतंकी घटनाएं की रिपोर्ट पेश की। अगर गृह मंत्रालय की और से सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन पर कोई आदेश नहीं जारी होता है, तो 16 जून के बाद सरकार का यह आदेश खत्म हो जाएगा। इसके बाद सेना एकबार फिर ऑपरेशन ऑल ऑउट शुरू कर सकती है।
पिछले एक महीने के दौरान हुई इन घटनाओं से आतंकियों के बुलंद हौसले को देखा जा सकता हैः-
Killing of Rising Kashmir editor Shujaat Bukhari is act of cowardice. It is an attempt to silence the saner voices of Kashmir. He was a courageous and fearless journalist. Extremely shocked & pained. My thoughts and prayers are with his bereaved family:HM Rajnath Singh (file pic) pic.twitter.com/wZJx1IvFBp
— ANI (@ANI) June 14, 2018
पत्रकार को मारी गोली
'राइजिंग कश्मीर' के संपादक शुजात बुखारी को उनके ऑफिस के बाहर गोली मार दी गई। श्रीगर के प्रेस अवेन्यू में अज्ञात हमलावर ने उन्हें गोली मार दी। इस हमले में बुखारी और उनके पीएसओ गंभीर रूप से घायल हो गए। बुखारी के सिर और पेट में गोली लगी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इससे पहले उनपर साल 2000 में हमला हुआ था। जिसके बाद पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। पत्रकार पर हमले से लोगों में रोष है।
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अगवा किया सेना का जवान
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से आतंकियों ने भारतीय सेना के एक जवान का अपहरण कर लिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, सेना के इस जवान का नाम औरंगजेब बताया जा रहा है। खबर के मुताबिक, इस जवान की पोस्टिंग पुलवामा में थी जहां कुछ आतंकियों ने उसका अपहरण कर लिया है। सेना का यह जवान पुंछ का रहने वाला है। पुलिस इस मामले में की जांच में जुट गई है।
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पुलिस अधिकारी का अपहरण
आतंकियों ने पुलवामा में ही एक पुलिस ऑफिसर और एक स्थानीय नागरिक का अपहरण किया था। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो आंतकियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर घटना को अंजाम दिया है और पुलिस अधिकारी और एक नागरिक को अगवा कर लिया। स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) मोहम्मद इश्क अहमद को उनके घर के बाहर से अगवा किया गया।
सुरक्षा बलों की जीप पर बरसाए पत्थर
कश्मीर में सुरक्षा बलों की गाड़ी पर अलगाववादियों ने जमकर पत्थरबाजी की। इसमें आम लोग भी शामिल हुए। दरअसल, सेना की गाड़ी से कुचलकर एक युवक की मौत हो गई थी जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
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