हिंदी दिवस पर गृहमंत्री ने ट्विटर पर बदली नाम की लीपि, रोमन के बजाए देवनागरी में लिखा राजनाथ सिंह
By पल्लवी कुमारी | Published: September 14, 2018 11:27 AM2018-09-14T11:27:24+5:302018-09-14T11:27:24+5:30
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को हिंदी दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनायें देते हुये सभी भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी को जीवनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील की है।
नई दिल्ली, 14 सितंबर: बहुत सी बोलियों और भाषाओं वाले हमारे देश भारत में आजादी के बाद भाषा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा हुआ था। जिसके बाद आखिरकार 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया। जिसके बाद ये हर साल मानया जाता है। आज के हिन्दी दिवस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ऐसा काम किया है, जिसे जान आपको भी गर्व होगा।
राजनाथ सिंह अपने ट्विटर हैंडल पर अपना नाम अंग्रेजीसे हटा कर हिन्दी में लिख लिया है। इसकी जानकारी राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके 14 सितंबर को दी। इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट किया, 'हिंदी दिवस पर हिंदी प्रेमियों एवं हिंदी सेवियों को हार्दिक शुभकामनायें। भाषा देश की सांस्कृतिक धरोहर के साथ राष्ट्रीय स्वाभिमान की भी अभिव्यक्ति होती है। हिंदी दिवस पर हम हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अपना योगदान देने का संकल्प करें। इससे भारत मज़बूत होगा।''
हिंदी दिवस पर हिंदी प्रेमियों एवं हिंदी सेवियों को हार्दिक शुभकामनायें। भाषा देश की सांस्कृतिक धरोहर के साथ राष्ट्रीय स्वाभिमान की भी अभिव्यक्ति होती है। हिंदी दिवस पर हम हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं के प्रचार-प्रसार के लिए अपना योगदान देने का संकल्प करें। इससे भारत मज़बूत होगा।
— राजनाथ सिंह (@rajnathsingh) September 14, 2018
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने की ये अपील
वहीं, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को हिंदी दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनायें देते हुये सभी भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी को जीवनचर्या का हिस्सा बनाने की अपील की है।
नायडू ने ट्वीट कर कहा ''हिंदी दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं। भाषा भाव की वाहक है। हमारी भाषाएं हमारी भावनात्मक एकता का प्रतीक हैं।''
नायडू ने हिंदी सहित सभी क्षेत्रीय भाषाओं के प्रसार के लिये इन्हें संवाद का हिस्सा बनाने की देशवासियों से अपील की। उन्होंने कहा ''सभी भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी को जीवनचर्या में अपनाएं, उसे समृद्ध बनाएं। हिंदी और भारतीय भाषाओं में संवाद को प्रोत्साहित करें।''
हालांकि शुरू में हिंदी और अंग्रेजी दोनो को को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया और संविधान सभा ने देवनागरी लिपि वाली हिंदी के साथ ही अंग्रेजी को भी आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार किया, लेकिन वह 14 सितंबर 1949 का दिन था, जब संविधान सभा ने हिंदी को ही भारत की राजभाषा घोषित किया।
हिंदी का देश की राजभाषा घोषित किए जाने के दिन ही हर साल हिंदी दिवस मनाने का भी फैसला किया गया। वैसे पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)