Rajiv Gandhi 29th Death Anniversary: आज भी याद आते हैं राजीव गांधी के बड़े फैसले, जिन्होंने बदल दी थी देश की दिशा

By गुणातीत ओझा | Published: May 21, 2020 08:28 AM2020-05-21T08:28:55+5:302020-05-21T08:28:55+5:30

आधुनिक भारत के निर्माता भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। भारत में संचार और कम्प्यूटर क्रांति के जनक राजीव गांधी सही मायने में दूरदृष्टि वाले जननेता थे। प्रधानमंत्री रहते हुए स्व. गांधी ने कई ऐसे बड़े फैसले लिए जिसे लोग आज भी याद करते हैं...

Rajiv Gandhi 29th Death Anniversary: 5 big decisions of rajiv gandhi | Rajiv Gandhi 29th Death Anniversary: आज भी याद आते हैं राजीव गांधी के बड़े फैसले, जिन्होंने बदल दी थी देश की दिशा

आज भी याद आते हैं राजीव गांधी के बड़े फैसले, जिन्होंने बदल दी थी देश की दिशा

Highlightsराजीव गांधी ने मताधिकार की उम्र 21 साल से घटाकर 18 वर्ष की थी। जब राजीव गांधी ने यह फैसला लिया था तब करीब 5 करोड़ युवाओं को वोट देने का अधिकार मिला था।देश की 2 बड़ी टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की शुरुआत राजीव गांधी के कार्यकाल में ही हुई।

नई दिल्ली। आधुनिक भारत के निर्माता भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री राजीव गांधी जी की पुण्यतिथि पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। भारत में संचार और कम्प्यूटर क्रांति के जनक राजीव गांधी सही मायने में दूरदृष्टि वाले जननेता थे। उनकी असमय मौत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। देश के चहेते प्रधानमंत्रियों में से एक राजवी गांधी का बम विस्फोट में मारा जाना हर देशवासी को खल गया था। इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी 24 घंटे के भीतर देश के प्रधानमंत्री बन गए थे। राजीव गांधी ने भारत के लोगों को 21वीं सदी का सपना दिखाया था। 21 मई 1991 में लिट्‍टे के आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की मौत हुई थी। राजीव की पुण्यतिथि को देश आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में भी मनाता है। प्रधानमंत्री रहते हुए स्व. गांधी ने कई ऐसे बड़े फैसले लिए जिसे लोग आज भी याद करते हैं...

राजीव गांधी ने देश को दिया था युवा मतदाता

18 साल की उम्र में प्रवेश करते ही युवाओं को मताधिकार मिल जाता है। ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता होगा कि 18 साल की उम्र में वोट देने का अधिकार आखिर उन्हें कैसे मिला। राजीव गांधी ने मताधिकार की उम्र 21 साल से घटाकर 18 वर्ष की थी। जब राजीव गांधी ने यह फैसला लिया था तब करीब 5 करोड़ युवाओं को वोट देने का अधिकार मिला था।

कंप्यूटर क्रांति

राजीव गांधी ने देश को बताया था कि कंप्यूटर क्या होता है और इससे संचार को कैसै बढ़ावा मिलता है। उनका मानना था कि देश की युवा पीढ़ी को आगे ले जाना है तो उसके लिए कंप्यूटर और विज्ञान की शिक्षा जरूरी है। प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने विज्ञान और टेक्नोलॉजी के लिए सरकारी बजट को बढ़ाया। कंप्यूटर की कीमतें घटाने के लिए राजीव ने अहम फैसला लिया। देश की 2 बड़ी टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल और बीएसएनएल की शुरुआत उनके कार्यकाल में ही हुई।

ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा

राजीव गांधी ने गांव-गांव तक शिक्षा का प्रसर करने के क्रम में मजबूत फैसले लिए। ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को शिक्षित करने के लिए उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालयों की स्थापना की। वर्तमान में लगभग हर जिले में एक नवोदय विद्यालय हैं। मौजूदा हाल यह है कि नवोदय स्कूल में हर अभिभावक अपने बच्चों का प्रवेश कराना चाहता है। राजीव ने यह फैसला 1986 में घोषित शिक्षा नीति के तहत लिया था।

पंचायती राज

ग्रामीण क्षेत्र को मजबूत और लोकतंत्र में गांवों की भागीदारी बढ़ाने के लिए राजीव गांधी ने पंचायती राज का बड़ा फैसला लिया। इसके माध्यम से उन्होंने पूरे देश में ग्राम सरकार की अवधारणा लागू की और पंचायतों को ज्यादा अधिकार दिए। उनका मानना था कि ग्राम पंचायतों को सत्ता में वह दर्जा मिलना चाहिए जो संसद और विधानसभा का है।

अयोध्या पर लिया था बड़ा फैसला

राजीव गांधी के लिए यह कहा जाता है कि हिन्दू समुदाय की नाराजागी को देखतो हुए उन्होंने 1985 में अयोध्या के विवादित स्थल का ताला खुलवा दिया था। 1989 में राम मंदिर के निर्माण के लिए शिलान्यास की इजाजत भी दे दी थी।

Web Title: Rajiv Gandhi 29th Death Anniversary: 5 big decisions of rajiv gandhi

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे