'संभाल नहीं सकते तो दे दें इस्तीफा', दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा पर रजनीकांत ने की मोदी सरकार पर हमला
By स्वाति सिंह | Published: February 26, 2020 10:41 PM2020-02-26T22:41:03+5:302020-02-26T22:42:15+5:30
सुपरस्टार रजनीकांत ने यह भी कहा कि विरोध प्रदर्शन को हिंसक नहीं होना चाहिए और उन्होंने अपने उस पुराने बयान को भी याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर सीएए मुस्लिमों को प्रभावित करता है तो वह मुस्लिमों के साथ खड़े हैं।
सुपरस्टार रजनीकांत ने दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। इस हिंसा में अब तक 24 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि हिंसा से कड़ाई से निपटना चाहिए था।
अभिनेता ने यह भी कहा कि विरोध प्रदर्शन को हिंसक नहीं होना चाहिए और उन्होंने अपने उस पुराने बयान को भी याद किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर सीएए मुस्लिमों को प्रभावित करता है तो वह मुस्लिमों के साथ खड़े हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ निश्चित तौर पर यह केंद्र सरकार की खुफिया विफलता है। मैं केंद्र सरकार की कड़ी निंदा करता हूं।’’
Rajinikanth: It is an intelligence failure and hence Home Ministry also failed. Protests can happen peacefully but not in a violent manner. If violence breaks out, it should be dealt with iron hands. #NortheastDelhipic.twitter.com/idRpHOtCEU
— ANI (@ANI) February 26, 2020
अभिनेता ने मीडिया के एक तबके द्वारा उनके संबंध भाजपा से जोड़े जाने पर भी दुख व्यक्त किया। रजनीकांत ने आगे कहा, 'अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरान इंटेलिजेंस को और सतर्क रहना चाहिए था। उन्होंने अपना काम ठीक से नहीं किया। हिंसा को सख्ती से खत्म कर दिया जाना चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि आगे से वे और सतर्क रहेंगे। इंटेलिजेंस के फेल होने का मतलब है कि गृह मंत्रालय फेल हुआ है। अगर वे सख्ती से नहीं निपट नहीं सकते तो उन्हें इस्तीफा देकर चले जाना चाहिए। अब बहुत ज्यादा हो रहा है।'