'आपने गुजरात में वाजपेयी की नहीं सुनी तो हमारी क्या सुनोगे', कपिल सिब्बल ने मोदी सरकार को सिखाया राजधर्म
By पल्लवी कुमारी | Published: February 29, 2020 12:06 PM2020-02-29T12:06:24+5:302020-02-29T12:06:24+5:30
कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में पार्टी के शिष्टमंडल ने गुरुवार को दिल्ली हिंसा मामले पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार से राजधर्म का पालन कराने और गृह मंत्री अमित शाह को हटाने के लिए कदम उठाएं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर दिल्ली में सीएए विरोध के नाम पर भड़की हिंसा को लेकर निशाना साधा है। कपिल सिब्बल ने नरेंद्र मोदी सरकार को राजधर्म भी सिखाया। कपिल सिब्बल ने 29 फरवरी की सुबह अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट किया। कपिल सिब्बल ने लिखा, 'कानून मंत्री कांग्रेस से कहते हैं कि प्लीज, हमें राजधर्म न सिखाएं। हम कैसे आपको सिखा सकते हैं मंत्री महोदय। जब आपने गुजरात में वाजपेयी जी की नसीहत नहीं सुनी, आप हमें क्यों सुनेंगे। सुनना, सीखना और राजधर्म का पालन करना आपके मजबूत बिंदुओं में से एक नहीं है।'
कांग्रेस ने बीजेपी द्वारा सोनिया गांधी पर निशाना साधने के बाद शुक्रवार को दावा किया था कि कांग्रेस शासन के दौरान राजधर्म में समानता और सद्भाव को महत्व दिया गया, जबकि बीजेपी के शासन में पूर्वाग्रह एवं विभाजनकारी मानसिकता हावी है। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा था, ‘‘इंदिरा जी, राजीव जी, मनमोहन सिंह जी का राजधर्म, वो राजधर्म था, जिसमें समानता, सद्भाव को प्राथमिकता दी गई थी और आप जो कर रहे हैं, उसमें पूर्वाग्रह है; विभाजनकारी मानसिकता है। इसलिए जरूरी है कि आप राजधर्म निभाइए।’’
Law Minister to Congress :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) February 29, 2020
“ Please don’t preach us Rajdharma “
How can we Mr. Minister ?
When you did not listen to Vajpayeeji in Gujarat why would you listen to us !
Listening , learning and obeying Rajdharma not one of your Government’s strong points !
जानें कांग्रेस के अन्य नेताओं ने कहा कहा?
- पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पर पलटवार किया कि अगर राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) का विरोध करना राष्ट्रविरोधी बात है तो बीजेपी सरकार को ऐसे लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ हम कहते हैं कि एनआरसी असंवैधानिक है। इसका विरोध होना चाहिए। क्या यह उत्तेजना फैलाना हुआ या यह राष्ट्रविरोधी बात है? अगर आपको ऐसा लगता है कि हमें गिरफ्तार करो।’’
- कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आदरणीय रविशंकर प्रसाद जी, देश को एनपीआर पर ज्ञान देने से पहले आप इसे बिहार में क्यों नही लागू करवा लेते, जहां से आप सांसद हैं? बिहार में जदयू-भाजपा की एक भाषा और दिल्ली में एक और। आपके साथियों, अकाली दल, अन्नाद्रमुक, टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस को ज्ञान कब देंगे?’’
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राजधर्म को लेकर क्या कहा था?
दिल्ली हिंसा की पृष्ठभूमि में सरकार को राजधर्म का पालन करने की सोनिया गांधी की नसीहत पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास ‘‘वोट बैंक की राजनीति’’ के लिये अधिकारों का दमन करने, अपनी बात से पलटने का रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष राजधर्म पर उपदेश न दें। प्रसाद ने रामलीला मैदान में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भाषण को उद्धृत करते हुए उन पर उत्तेजना फैलाने का भी आरोप लगाया था