करौलीः जमीन विवाद में पुजारी को पेट्रोल डालकर जलाया, मौत, गहलोत ने कहा- दोषियों को नहीं बख्शेंगे, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
By धीरेंद्र जैन | Published: October 9, 2020 09:56 PM2020-10-09T21:56:01+5:302020-10-09T21:56:33+5:30
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर पर कहा, सपोटरा में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है।
जयपुरः राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा इलाके में जमीन को लेकर चले एक विवाद में कुछ लोगों ने एक मंदिर के पुजारी को पेट्रोल डालकर जला दिया और उसकी इलाज के दौरान जयपुर में मौत हो गई। पुलिस ने मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को मिलने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विटर पर कहा, सपोटरा में बाबूलाल वैष्णव जी की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है, सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है। प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है। घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है एवं कार्रवाई जारी है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
पीड़ित ने पुलिस को दिये गये बयान में कहा था कि कैलाश मीणा, शंकर, नमो, किशन और रामलखन के साथ मंदिर के बाड़े पर कब्जा कर उसमें छप्पर लगा रहे थे और मेरे द्वारा विरोध किये जाने पर मुझ पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। मेरा परिवार मंदिर की 15 बीघा जमीन पर खेती कर अपना जीवन-यापन करता है।
मृतक सपोटरा के बूकना गांव के पुराने राधाकृष्ण मंदिर में पुजारी था। ग्रामीणों ने मंदिर के लिए खेती की जमीन दान दी थी, जो राजस्व रिकॉर्ड में मंदिर माफी में दर्ज है। लगभग एक माह पूर्व से कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में लग गये। पुजारी कीे मौत की सूचना मिलने पर अनेक संगठनों ने एसएमएस अस्पताल मोर्चरी के समक्ष प्रदर्षन कर मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग की।
भाजपा ने करौली में पुजारी जिन्दा जलाने के मामले में गहलोत सरकार को घेरा
राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा में मंदिर जमीन के विवाद को लेकर पुजारी को जलाने के मामले को लेकर गहलोत सरकार पर भाजपा नेता जमकर निशाने साधतेे हुए राज्य सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट करते हुए लिखा राजस्थान में अपराध का ग्राफ जिस गति से बढ़ रहा है, उससे एक बात तो स्पष्ट है कि यहां महिलाएं, बच्चे, बूढ़े, दलित, व्यापारी कोई भी सुरक्षित नहीं है। राज्य की कांग्रेस सरकार को अब अपनी गहरी नींद को त्यागते हुए दोषियों को सख्त सजा दिलाकर परिवार को तुरंत न्याय दिलाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने लिखा कि करौली जिले के सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार देने के मामले की जितनी निंदा की जाए, जितना दुःख जताया जाए, कम है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि करौली में गुंडों ने पुजारी को जिंदा जला दिया।
प्रदेश के सभी जिलों में दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राजनीतिक दौरे करने की बजाय इन मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें राजस्थान सरकार से या तो इस्तीफा मांगना चाहिए या हालात सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट करते हुए लिखा- राजस्थान में हर तरह के अपराधों की घटनाएं बढ़ती जा रही है।
सपोटरा में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाने की घटना यह दर्शाती है कि अपराधियों में कानून का भय समाप्त हो चुका है। प्रदेश की जनता भयभीत है, डरी हुई है, सहमी हुई है, आखिर गहलोत जी आप कब तक अपराधियों के मसीहा बनकर रहोगे?
भाजपा उपनेता राजेन्द्र राठौड ने कहा कि, सपोटरा के बुकना गांव में मंदिर के पुजारी को जिंदा जलाये जाने की लोमहर्षक घटना गहलोत सरकार के जर्जर कानून व्यवस्था का एक और नमूना है। इस शासन में ना आमजन सुरक्षित है, ना आस्था के केंद्र, ना दलित सुरक्षित है और ना महिलाएं। ये कैसा शासन है ? अब तो जागो सरकार।