'देश का वोटर जब अपने मताधिकार के प्रति जागरुक होगा, तभी लोकतंत्र मजबूत हो सकेगा'
By रामदीप मिश्रा | Published: January 17, 2019 05:27 AM2019-01-17T05:27:29+5:302019-01-17T05:27:29+5:30
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा कि मतदाताओं को जागरुक करने और मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिहाज से सन 2013 में स्वीप (सिस्टेमैटिक वोटर्स एजूकेशन एंड इलक्टोरल पार्टिसिपेशन) का शुभारंभ किया गया था।
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने कहा कि देश का मतदाता जब अपने मताधिकार के प्रति जागरुक होगा तभी देश का लोकतंत्र और मजबूत हो सकेगा। उन्होंने मतदान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रत्येक मतदाता जिनकी उम्र 1 जनवरी, 2019 को 18 वर्ष पूरी हो गई है, वे मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाना नहीं भूले। विभाग का प्रयास है कि प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो।
कुमार बुधवार को शासन सचिवालय परिसर में आयोजित ‘वीएएफ‘ (वोटर अवेयरनेस फोरम) के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस फोरम के तहत सभी सरकारी, गैर सरकारी, कॉर्पोरेट ऑफिसेज में नोडल ऑफिसर्स अनौपचारिक माहौल में ‘निर्वाचन प्रक्रिया‘ जैसे वोटर लिस्ट में नाम खोजना, नाम जुड़वाना और मतदान के प्रति जागरूकता लाने जैसे प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वोटर अवेयरनेस फोरम के माध्यम में ऐसे संस्थानों में ज्यादा से ज्यादा निर्वाचन संबंधी एक्टिविटी हों ताकि मतदाताओं की निर्वाचन प्रणाली के बारे में दिलचस्पी भी बनी रहे।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में 16 जनवरी से वीएएफ कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसका उद्देश्य आफिसों में मतदान के प्रति माहौल बनाना और कार्मिकों को मतदान प्रक्रिया की जानकारी देते हुए उन्हें निर्वाचन प्रणाली से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि देश में ज्यादा से ज्यादा पात्र मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाएं और अधिकाधिक तादात में मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें यही निर्वाचन आयोग का ध्येय भी है।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा कि मतदाताओं को जागरुक करने और मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी के लिहाज से सन 2013 में स्वीप (सिस्टेमैटिक वोटर्स एजूकेशन एंड इलक्टोरल पार्टिसिपेशन) का शुभारंभ किया गया था। इसी कड़ी में भारत निर्वाचन आयोग ने देश भर में वीएएफ कार्यक्रम शुरू किया है। इन सभी प्रयासों के पीछे आयोग का ध्येय है कि कोई भी पात्र मतदाता ना छूटे।
उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी कर्मचारियों के साथ नियमित मीटिंग लें और अनौपचारिक माहौल में उन्हें मतदान प्रक्रिया के बारे में अधिकाधिक जानकारी दें।
इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (आईटी) एमएम तिवारी ने विभाग द्वारा हाल ही बनाया 'राज इलेक्शन' एप, विभाग की वेबसाइट से जुड़ी कई तरह की जानकारियां साझा की।