Rajasthan temple priest burnt: राजस्थान सरकार ने मानी मांगें, 10 लाख, आवास, नौकरी, परिवार ने किया अंतिम संस्कार
By धीरेंद्र जैन | Published: October 10, 2020 08:16 PM2020-10-10T20:16:49+5:302020-10-10T21:36:03+5:30
पुलिस के अनुसार सरकार की ओर से मृतक के परिवारजनों को दस लाख रुपये का मुआवजा, एक आश्रित को संविदा के आधार पर नौकरी, इंदिरा आवास योजना के तहत एक मकान का आश्वासन दिया गया है।
जयपुरः राजस्थान के करौली जिले के सपोटरा इलाके के बूकना गांव में जमीन को लेकर चले एक विवाद में कुछ लोगों ने एक मंदिर के पुजारी को पेट्रोल डालकर जलाने के कारण हुई मौत ने अब तूल पकड़ लिया है।
सांसद किरोड़ीलाल मीणा और जयपुर सांसद रामचरण बोहरा पीडित परिवार से मिले और मीणा ने परिवार को एक लाख की आर्थिक सहायता दी। वहीं पीडित परिवार पुजारी के शव को लेकर धरने पर बैठ गया और राज्य सरकार ने 50 लाख के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाने की मांग पूरी नहीं होने तक अंतिम संस्कार से मना कर दिया।
गांव में निवासी भी पीड़ित परिवार का समर्थन कर रहे हैं। उधर राज्य सरकार की ओर से जलाकर मारे गये पुजारी के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को अनुबंध पर नौकरी देने का एलान किया है। सरकार के इस एलान के बाद परिवार द्वारा मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन कर बात की और करौली में पुजारी को जिंदा जलाये जाने और बाडमेर में नाबालिग के बलात्कार की निंदा करते हुए राज्य की कानून व्यवस्था पर चिंता जताई।
उल्लेखनीय है कि मृतक सपोटरा के बूकना गांव के पुराने राधाकृष्ण मंदिर में पुजारी था। ग्रामीणों ने मंदिर के लिए खेती की जमीन दान दी थी, जो राजस्व रिकॉर्ड में मंदिर माफी में दर्ज है। लगभग एक माह पूर्व से कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में लगे हुए थे और पुजारी द्वारा विरोध किये जाने पर उसे जिंदा जला दिया गया और उसकी जयपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इति- धीरेन्द्र जैन।
करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने कहा, ‘‘ पटवारी एवं एसएचओ को हटाने के साथ साथ मुआवजे, नौकरी एवं मकान के आश्वासन के बाद परिवार के सदस्य मान गए और मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।’’
उल्लेखनीय है कि भूमि विवाद में पुजारी वैष्णव को बुधवार को कथित तौर पर आग लगा दी गयी जिनकी बृहस्पतिवार को यहां एसएमएस अस्पताल में मौत हो गयी। पुलिस ने इस बारे में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जबकि बाकी की तलाश जारी है। आरोप है कि मंदिर के पास की खेती जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे इन लोगों ने पुजारी पर कथित रूप से पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। इससे पहले भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बूकना गांव में पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उनकी मांगों के समर्थन में वहां धरने पर बैठे थे।
इस बीच भाजपा की तीन सदस्यीय समिति के सदस्यों -डॉ. अलका सिंह गुर्जर, रामचरण बोहरा वजितेन्द्र मीणा ने बूकना गाँव पहुँचकर पीड़ित परिवार से बातचीत कर घटना की जानकारी ली। जयपुर से सांसद बोहरा ने कहा, ‘‘राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है।
बाड़मेर, दौसा, करौली, भरतपुर जहाँ भी आप देखेंगे तो आप पाएंगे कि केवल अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं और कानून की निरन्तर धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं।’’ राज्यपाल कलराज मिश्र ने राज्य में कानून व्यवस्था से जुड़ी कुछ घटनाओं पर शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से फोन पर चर्चा की।
राजभवन सूत्रों ने बताया कि मिश्र ने करौली में पुजारी को जिंदा जलाने, बाड़मेर में नाबालिग से बलात्कार सहित कई घटनाओं के संदर्भ में राज्य की कानून व्यवस्था के बारे में मुख्यमंत्री से चर्चा की। सूत्रों के अनुसार मिश्र ने इन घटनाओं पर चिंता जताई जबकि मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को बताया कि राज्य सरकार ने इन सभी घटनाओं पर संज्ञान ले लिया है और उनकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा।