राजस्थान सियासी घमासान: CM आवास पहुंचे पायलट खेमे के विधायक भंवरलाल शर्मा, कहा-घर का मामला घर में निपट गया
By स्वाति सिंह | Published: August 10, 2020 08:11 PM2020-08-10T20:11:44+5:302020-08-10T20:12:25+5:30
14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र आरंभ होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया था।
जयपुर: राजस्थान में लगातार 32 दिनों से जारी सियासी ड्रामा अभी थमा नहीं है। राजस्थान विधानसभा के प्रस्तावित सत्र से कुछ दिनों पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। बताया जा रहा है सचिन पायलट समर्थक एमएलए के साथ सोमवार रात जयपुर लौट सकते हैं।
इधर, पायलट गुट के विधायक भंवरलाल शर्मा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने मुख्यमंत्री निवास जयपुर पहुंचे हैं। इस मुलाकात से राजस्थान में सियासी अटकलें तेज हो गई हैं। सचिन पायलट के समर्थक विधायक भंवरलाल शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सीएम अशोक गहलोत से मिलने के बाद कहा कि घर का मामला घर में निपट गया अब कोई शिकवा शिकायत नहीं है। साथ शर्मा ने कहा कि मैंने पार्टी नहीं छोड़ी थी। जबकि सचिन पायलट को लेकर कहा कि वह अपने बारे में खुद बताएंगे। गौरतलब है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त का दो ऑडियो सामने आया था। कांग्रेस ने दावा किया था कि विधायक भंवरलाल शर्मा, बीजेपी नेताओं से विधायकों की डील कर रहे थे।
होटल क्राउन प्लाजा का खर्चा बच गया: सतीश पूनिया
वहीं, राजस्थान बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस में हुए घटनाक्रम के बाद हमारा होटल क्राउन प्लाजा का खर्चा बच गया है। बीजेपी विधायक 11 अगस्त से होटल क्राउन प्लाजा में रहेंगे या नहीं, इस पर फैसला लिया जाएगा। बता दें कि सोमवार को कांग्रेस पार्टी सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी के आवास पर इस मुलाकात में करीब दो घंटे तक चर्चा हुई। पायलट के करीबी सूत्रों का कहना है कि राजस्थान कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं के समक्ष विस्तार से अपना पक्ष रखा और फिर दोनों ने उनकी चिंताओं के निदान का भरोसा दिलाया।
दूसरी तरफ, कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि पायलट ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के समक्ष अपनी बात रखी है, हालांकि फिलहाल सुलह के किसी फार्मूले पर सहमति नहीं बनी है। सूत्रों का यह भी कहना है कि पिछले कई दिनों से चली आ रही सियासी उथल-पुथल की पृष्ठभूमि में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पायलट की मुलाकात ‘सकारात्मक संकेत’ है और अब मामला सुलझने की संभावना प्रबल हो गई है। माना जा रहा है कि यह मुलाकात विधानसभा सत्र आरंभ होने से कुछ दिनों पहले हुई है और अब राजस्थान में कांग्रेस के भीतर पिछले कुछ हफ्तों से चली आ रही उठापठक थमने की उम्मीद है।
14 अगस्त से आरंभ होगा राजस्थान विधानसभा का सत्र
गौरतलब है कि 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र आरंभ होगा जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया था। बागी रुख अपनाने के साथ ही पायलट कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे। पायलट और उनके साथी 18 अन्य विधायकों की बगावत के कारण गहलोत सरकार मुश्किल में आ गई है।
गहलोत और कांग्रेस अपनी सरकार बचाने के लिए पिछले कई हफ्तों से जुटे हुए हैं। पहले विधायकों को जयपुर के होटल में रखा गया था। बाद में उन्हें जैसलमेर के एक होटल में भेज दिया गया। पिछले कई हफ्तों से चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने बार-बार दोहराया है कि अशोक गहलोत सरकार के पास 100 से अधिक विधायकों का समर्थन है और उसके ऊपर कोई खतरा नहीं है।