राजस्थान नगर निकाय चुनाव में भाजपा को झटका, 36 निकायों पर कांग्रेस ने किया कब्जा, केवल 12 जीत पाई बीजेपी
By सतीश कुमार सिंह | Published: December 21, 2020 02:06 PM2020-12-21T14:06:33+5:302020-12-21T14:09:56+5:30
राजस्थान : नगर निकायों में 43 नगर पालिका और 7 नगर परिषद हैं, जहां 1775 वार्ड पार्षद के लिए हाल ही में हुए चुनाव में कांग्रेस के 620, भाजपा के 548 प्रत्याशी जीते। भाजपा को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा।
जयपुरः राजस्थान नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को झटका लगा है। चेयरपर्सन चुनाव के परिणाम आ चुके हैं। कांग्रेस ने क्लीन स्वीप किया है।
राजस्थान के 12 जिलों में 50 निकायों में अध्यक्ष पद के घोषित चुनाव परिणामों में 36 निकायों में कांग्रेस उम्मीदवार, 12 निकायों में भाजपा उम्मीदवारों को अध्यक्ष पद के लिये विजयी घोषित किया गया। वहीं दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने अध्यक्ष पद के चुनाव में जीत दर्ज की है।
भारतीय जनता पार्टी को एक झटका दिया
राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने 50 शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में से 36 में शासन करने का अधिकार प्राप्त करके भारतीय जनता पार्टी को एक झटका दिया है। हालांकि कांग्रेस ने पंचायत चुनावों में भाजपा की तुलना में 0.28 प्रतिशत अधिक वोट हासिल किए, लेकिन वह शहरी क्षेत्रों में बहुत आगे निकल गई।
स्थानीय निकायों के चुनाव 12 जिलों में और 50 छोटे और बड़े नगर निकायों में हुए थे, जहाँ 14.32 लाख मतदाताओं ने वोट डाले थे। 28 पुरुषों और 22 महिलाओं को अध्यक्ष के रूप में चुना गया। 1775 वार्डों में से 619 में कांग्रेस जीती, 595 वार्डों में निर्दलीय और 549 वार्डों में भाजपा जीती।
राज्य निर्वाचन विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि पांच उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया और दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीता। उन्होंने बताया कि राज्य के 12 जिलों के 50 निकायों के अध्यक्ष पद के लिये रविवार को 10 बजे से 2 बजे तक चुनाव करवाये गये जिसमें अध्यक्ष पद के लिये 101 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।