जानिए, राजस्थान में कैसी हुई पहले चरण की वोटिंग और कहां हुआ सबसे अधिक मतदान?
By रामदीप मिश्रा | Published: April 30, 2019 08:18 AM2019-04-30T08:18:35+5:302019-04-30T08:18:35+5:30
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार के मुताबिक, बाड़मेर लोकसभा सीट पर सर्वाधिक 73.15 फीसदी और सबसे कम संसदीय क्षेत्र पाली में 61.57 फीसदी मतदान हुआ। प्रदेश में छुट-पुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ।
लोकसभा चुनाव 2019 के तहत राजस्थान में प्रथम चरण की 13 लोकसभा सीटों पर 67.9 फीसदी मतदान हुआ है। गत लोकसभा चुनाव में इन 13 सीटों पर 64.27 फीसदी मतदान हुआ था और पूरे राज्य में कुल मिलाकर 63.11 प्रतिशत मतदान हुआ था।
राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार के मुताबिक, बाड़मेर लोकसभा सीट पर सर्वाधिक 73.15 फीसदी और सबसे कम संसदीय क्षेत्र पाली में 61.57 फीसदी मतदान हुआ। प्रदेश में छुट-पुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ।
सोमवार को प्रथम चरण में 13 लोकसभा क्षेत्र टोंक-सवाईमाधोपुर, अजमेर, पाली, जोधपुर, बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, बांसवाड़ा, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, कोटा और झालावाड़-बारां में मतदान सम्पन्न हुआ। इस दौरान कहीं से भी कोई अप्रिय घटना घटित होने का कोई सूचना नहीं मिली। प्रदेश भर के स्ट्रॉन्ग रूम में ईवीएम मशीनों की सुरक्षा के माकूल प्रबंध किए गए।
आयोग के मुताबिक, सुबह से ही मतदाताओं का मतदान के प्रति गहरा रुझान दिखा, जिसका नतीजा था कि पहले दो घंटे में राज्य में 13.75 प्रतिशत मतदान हुआ, जो देश के अन्य राज्यों में हो रहे मतदान प्रतिशत में आगे था। मतदाताओं ने सुबह 11 बजे तक 30.57 फीसदी मतदान किया।
उन्होंने बताया कि दोपहर 1 बजे तक राज्य की 13 लोकसभा सीटों पर मतदान का प्रतिशत 45.16 प्रतिशत तक पहुंच गया। इसी प्रकार अपरान्ह 3 बजे एवं सायं 5 बजे तक क्रमशः 54.74 और 63.84 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान समाप्ति सायं 6 बजे तक अनंतिम रूप से 67 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ।
प्रथम चरण में 28 हजार 402 बैलेट यूनिट, 28 हजार 412 कंट्रोल यूनिट और 28 हजार 882 वीवीपेट मशीनों का इस्तेमाल किया गया। वास्तविक पोल के दौरान 49 बैलेट यूनिट, 49 कंट्रोल यूनिट और 305 वीवीपेट खराब होने के कारण बदली गई हैं।
पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) एमएल लाठर के मुताबिक, प्रदेश के सभी संभागों में मतदान शांतिपूर्ण हुआ। छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कही कोई अप्रिय घटना नही घटी। बाड़मेर एवं अजमेर जिले में 1-1 बैलेट यूनिट को क्षति पहुंचाने के प्रकरण भी सामने आए हैं, जिसकी रिपोर्ट आयोग को भेजी गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।