राजस्थान में 36878 कोरोना पीड़ित, सीएम बोले-नागरिकों का जीवन बचाना सरकार की प्राथमिकता
By धीरेंद्र जैन | Published: July 27, 2020 07:34 PM2020-07-27T19:34:40+5:302020-07-27T19:38:11+5:30
कोटा में 50, अजमेर में 43, नागौर में 38, भीलवाड़ा में 26, सीकर और बाड़मेर में 25-25, गंगानगर में 16, बांसवाड़ा में 10, झुंझुनू और हनुमानगढ़ में 9-9, बारां, जालौर और दौसा में 6-6 नये कोरोना पाॅजीटिव केस सामने आए।
जयपुरःराजस्थान में जुलाई माह की शुरुआत से ही कोरोना पाॅजीटिव मामलों ने बेकाबू होना शुरू कर दिया है और प्रदेश में आज सामने आए 448 नये कोरोना मामलों के साथ प्रदेश में संक्रमितों की संख्या 36878 हो गई है।
आज सामने आए मामलों में सर्वाधिक 130 मामले अलवर में सामने आए। वहीं, कोटा में 50, अजमेर में 43, नागौर में 38, भीलवाड़ा में 26, सीकर और बाड़मेर में 25-25, गंगानगर में 16, बांसवाड़ा में 10, झुंझुनू और हनुमानगढ़ में 9-9, बारां, जालौर और दौसा में 6-6 नये कोरोना पाॅजीटिव केस सामने आए। वहीं, प्रदेश में 7 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद कुल मौत का आंकड़ा 631 पहुंच गया।
631 मरीजों की कोरोना के चलते मौत भी प्रदेश में हो चुकी है
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में कोरोना महामारी की शुरुआत से अब तक कुल 14 लाख से अधिक सैंपलों की जांच की जा चुकी है और इनकी रिपोर्ट के आधार पर अब तक कुल 36878 लोग कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। वहीं, इन संक्रमितों में से कुल 26123 लोग इस महाकारी को मात देकर पुनः स्वस्थ हो चुके हैं। वहीं 631 मरीजों की कोरोना के चलते मौत भी प्रदेश में हो चुकी है। ऐसे में अब राजस्थान में कुल 10124 मरीज ऐसे शेष रहे हैं, जिनका उपचार जारी है।
प्रदेश में संक्रमण के सर्वाधिक 6113 (इनमें 47 ईरान से आए) मामले मुख्यमंत्री के गृहनगर जोधपुर में मिले हैं। वहीं प्रदेष की राजधानी जयपुर में 4912 (2 इटली के नागरिक), अलवर में 3044, भरतपुर में 2380, पाली में 2369, बीकानेर में 1778, अजमेर में 1560, कोटा में 1381, नागौर में 1317, बाड़मेर में 1220, धौलपुर में 1135, उदयपुर में 1120, जालौर में 1050, सीकर में 890, सिरोही में 804, चूरू में 599, डूंगरपुर में 565, झुंझुनूं में 551, राजसमंद में 522, भीलवाड़ा में 511 और झालावाड़ में 491 कोरोना के मरीज पाए जा चुके हैं।
इसके अतिरिक्त, करौली में 301, दौसा में 285, टोंक में 254, चित्तौड़गढ़ में 233, हनुमानगढ़ में 190, सवाई माधोपुर में 182, जैसलमेर में 178 (इनमें 14 ईरान से आए), प्रतापगढ़ में 168, श्रीगंगानगर में 160, बांसवाड़ा में 148, बारां में 119 और बूंदी में अब तक 91 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। वहीं बीएसएफ के 59 जवानों के साथ ही अन्य राज्यों से आए 183 लोग भी कोरोना पाॅजीटिव मिल चुके हैं।
राजस्थान में कोरोना से अब तक 631 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 182 की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में 78, भरतपुर में 51, अजमेर में 37, कोटा में 33, बीकानेर में 33, नागौर में 23, पाली में 24, धौलपुर में 15, अलवर में 14, उदयपुर में 12 और सिरोही में 11, सवाई माधोपुर और बाड़मेर में 10-10, सीकर में 8, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में 6-6, बारां, झुंझुनू, राजसमंद और करौली में 5-5, टोंक, जालौर, श्रीगंगानगर और दौसा में 3-3, प्रतापगढ़, चूरू और बांसवाड़ा 2-2, हनुमानगढ़ और डूंगरपुर में 1-1 व्यक्ति की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। वहीं, अन्य राज्यों से राजस्थान में आए 34 मरीजों की भी कोरोना जान ले चुका है।
कोरोना संक्रमण से बचाने वाला जीवन रक्षक इंजेक्शन उपलब्ध कराएगी राज्य सरकारः मुख्यमंत्री
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कोरोना के हर गंभीर मरीज को आवश्यकतानुसार जीवन रक्षक इंजेक्शन टोसिलीजूमेब और प्लाज्मा थैरेपी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 40 हजार रुपये कीमत का यह इंजेक्शन गरीब व्यक्ति की पहुंच से बाहर है। ऐसे में, स्वास्थ्य विभाग किसी भी जरूरतमंद मरीज के लिए इस इंजेक्शन की उपलब्धता में कमी नहीं आने देगा और राज्य सरकार इसके लिए तुरन्त पर्याप्त धनराशि स्वीकृत करेगी।
राज्य में कोरोना के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा बैठक के दौरान इसकी घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थैरेपी तथा टोसिलीजूमेब इंजेक्शन से कोरोना के गंभीर मरीज की जान बच सकती है, जिसका सफल प्रयोग एसएमएस अस्पताल में किया जा चुका है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एसएमएस अस्पताल के साथ-साथ प्रदेश के सभी मेडीकल कॉलेजों और जिलों चिकित्सालयों में भी जरूरत के अनुसार प्लाज्मा थैरेपी और जीवन रक्षक इंजेक्शन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि राज्य सरकार के लिए प्रदेश के सभी नागरिकों का जीवन अमूल्य है और कोरोना से जनहानि को बचाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़ी है, वहां स्थानीय चिकित्सकों की मदद के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों को भेजा जाए, ताकि मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जा सके। साथ ही, निजी अस्पतालों में जांच अथवा इलाज के भर्ती होने वाले कोरोना के मरीजों की जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा भी नियमित एवं सघन निगरानी की जाए।
जिन जिलों में अधिक मामले वहां कलक्टर लगा सकेंगे लाॅकडाउन- रघु शर्मा
राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डाॅ रघु शर्मा ने कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुए बैठक के बाद जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना के अधिक प्रसार वाले जिलों में फिर से लाॅकडाउन लगाये जाने की तैयारी है तथा जिन जिलों में अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, वहां स्थानीय स्तर पर लाॅकडाउन लगाये जाने का निर्णय लेते हुए सरकार ने इसके लिए जिला कलक्टरों को अधिकार दिये है।उन्होंने कहा कि अब सम्पूर्ण प्रदेश में लाॅकडाउन नहीं होगा, किन्तु गंभीर हालातों वाले जिलों में स्थानीय स्तर पर लाॅकडाउन लगाया जा सकेगा।
रघु शर्मा ने कहा कि देश भर में कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं लेकिन हमारे राजस्थान में अभी भी हालात नियंत्रण में हैं। हालांकि कुछ जिलों में मामले बढ़ने से चिंताजनक हालात भी बने हैं। ऐस जिलो में लाॅकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन एवं प्रमुख चिकित्सा सचिव को दायित्व दिया गया है।