राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, कोरोना वायरस से मौत पर 50 लाख का मुआवजा, लिस्ट में डॉक्टर, पुलिस सहित सफाई कर्मचारी भी शामिल
By मनाली रस्तोगी | Published: April 11, 2020 12:24 PM2020-04-11T12:24:44+5:302020-04-11T12:44:47+5:30
राजस्थान में बढ़ते कोरोना वायरस प्रकोप की वजह से अशोक गहलोत सरकार ने घोषणा की है कि अगर इस महामारी के कारण परमानेंट सरकारी कर्मचारी या संविदा कर्मचारी की मौत होती है, तो उनके परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।
जयपुर: कोरोना वायरस (Coronavirus) जहां एक ओर पूरे देश को अपनी गिरफ्त में ले चुका है तो वहीं अब केंद्र सरकार के बाद राजस्थान सरकार ने फैसला किया है कि वो किसी भी कोरोना वॉरियर की मौत होने पर उसके परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा देगी।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने ये ऐलान तब किया है, जब हाल ही केंद्र की मोदी सरकार ने कहा था कि अगर परमानेंट सरकारी या संविदा पर होने वाले कर्मचारी की मृत्यु कोरोना वायरस के कारण होती है तो उसके परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।
वहीं, गहलोत सरकार ने मौत की लड़ाई लड़ने वाले पुलिसकर्मी और स्वास्थय विभाग की टीम के अलावा पटवारी, ग्राम सेवक, सफाई कर्मचारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आशा व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जैसे संविदा कर्मचारियों को भी मुआवजे की सूची में शामिल किया है। इस लिहाज से यदि इनमें से किसी भी कर्मचारी की मौत महामारी के चलते होती है तो उनके परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
आपको बता दें कि राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर शनिवार (11 अप्रैल) सुबह 579 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को सामने आए नये मामलों में 14 कोटा के और चार बीकानेर के मामले हैं। कोटा से दर्ज नए मामले संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित तेलघर और चंद्रघाट इलाकों में सामने आए हैं।
वहीं, बीकानेर में जो चार लोग संक्रमित पाए गए हैं, वे पहले से संक्रमित बुजुर्ग महिला के पारिवारिक सदस्य हैं। राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के अलावा 50 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर एवं जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। जयपुर में अब तक राज्य में सबसे ज्यादा 221 मामले सामने आ चुके हैं।