राजस्थान चुनाव: टोंक जिले से सचिन पायलट लड़ेंगे चुनाव, BJP के युनुस खां ने पीछे किये अपने कदम
By अनुभा जैन | Published: November 17, 2018 06:11 PM2018-11-17T18:11:06+5:302018-11-17T18:11:06+5:30
मुस्लिम नेता युनुस खां ने भी टोंक में जमीनी हालत देखते हुये अपने आप को पीछे कर लिया।
राजस्थान विधानसभा चुनावी रण में टोंक जिला सुर्खियों में बना हुआ है। पूर्व कैबिनेट मंत्री जकिया इनाम का टिकट काट सचिन पायलट को टोंक सीट देकर कांग्रेस ने एक विवेकपूर्ण कदम उठाया है। वहीं भाजपा इस सीट पर मौजूदा विधायक अजीत मेहता को टिकट देकर अफसोस कर रही है। अब तक एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं देकर भाजपा वैसे ही विरोध झेल रही है। अपने निर्णय पर पुनः विचार करते हुये टोंक जिले से भाजपा मुस्लिम नेता युनुस खां को चुनाव मैदान में उतारना चाहती है। पर खां ने भी टोंक के जमीनी हालत देखते हुये हार झेलने से बेहतर अपने आप को पीछे कर लिया है।
बता दें कि कांग्रेस के लिय टोंक ही संपूर्ण राजस्थान में सबसे सुरक्षित सीट है। जातिगत समीकरण की बात करें तो यहां गुर्जर व मुसलमान वोट बराबर हैं। ये दोनों समुदाय पायलट के समर्थक है। इसलिये पायलट को पहले दौसा या अजमेर विधानसभा सीट पर चल रहे विचार को नकारते हुये टोंक सीट दी गयी। ये भी माना जा रहा है कि अन्य जातियां भी पायलट जैसे युवा व नये चेहरे को वोट करना चाहेंगी। युनुस खां के लिये अब डीडवाना या बीकानेर की सीट पर विचार किया जा रहा है जो कि मुसलमानों का गढ है।
वहीं दूसरी ओर भाजपा की ही तरह कांग्रेस सूची में जयपुर के 19 जिलों में 10 सीटों पर जिन प्रत्याशियों के टिकट कटे हैं उन्होने पार्टी के खिलाफ बगावती स्वर अपना लिये हैं। नाराज दावेदार अपने समर्थकों के साथ गुप्त बैठके कर रहे हैं और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपने नामांकन दाखिल करने की योजनायें बना रहे हैं। जयपुर के हवामहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट की गुहार करते पूर्व शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा टिकट नहीं मिलने से आक्रोशित हो अपने समर्थकों के साथ विरोध कर रहे हैं। वहीं किशनपोल सीट को लेकर पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल टिकट नहीं मिलने से नाखुश हैं।