Rajasthan Congress Crisis: दिल्ली दरबार पहुंचे कमलनाथ ने कहा, "नवरात्रि के लिए दिल्ली आया हूं, कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में नहीं हूं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 26, 2022 08:16 PM2022-09-26T20:16:08+5:302022-09-26T20:21:38+5:30
राजस्थान संकटके बीच दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि वो कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में नहीं हैं और न ही उसके लिये दिल्ली आये हैं।
दिल्ली: राजस्थान कांग्रेस में मची उठा-पटक हर पल एक नया बदलाव लेकर आ रही है। कांग्रेस आलाकमान द्वारा दिल्ली तलब किये गये मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि वो दिल्ली नवरात्रि का कारण आये हैं। उनका पार्टी विवाद में कोई दखल नहीं है और वो पार्टी अध्यक्ष पद के रेस नहीं हैं।
राजस्थान सियासत की तपिश में झुलस रहे 10 जनपथ के लिये फायरमैन की भूमिका निभाने के लिए दिल्ली पहुंचे कमलनाथ ने यह बात तब कही, जब पत्रकारों ने उनसे कांग्रेस अध्यक्ष पद की रेस में शामिल होने के बाबत सवाल किया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा, "मेरी कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में कोई रुचि नहीं है। मैं तो नवरात्र के लिए दिल्ली आया हुआ हूं।"
#WATCH मेरी रुचि नहीं है... मैं तो नवरात्र के लिए दिल्ली आया हुआ हूं: कांग्रेस के अध्यक्ष पद में उनकी रुचि है या नहीं... पूछे गए सवाल पर मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ, दिल्ली pic.twitter.com/F3vglMtbV0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 26, 2022
बताया जा रहा रहा है कि राजस्थान में गहलोत समर्थकों की बगावत के बाद केरल से दिल्ली पहुंचे केसी वेणुगोपाल ने मध्य प्रदेश कमलनाथ को फोन किया और उन्हें फौरन दिल्ली बुलाया। खबरों के मुताबिक राजस्थान में पार्टी के पर्यवेक्षक मलिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने दिल्ली लौटने के बाद कांग्रेस की कार्यकारी प्रमुख सोनिया गांधी से मुलाकात की और राजस्थान के ताजा हालात के बारे में जानकारी दी।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस में एक बड़ा धड़ा राजस्थान संकट के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहरा रहा है और वो चाहता है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व उन्हें अध्यक्ष पद की रेस से बाहर कर दें, जो कि गांधी परिवार की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष पद के पसंदीदा प्रत्याशी बताये जा रहे हैं।
माना जा रहा था कि कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को स्पष्ट किया था कि उनके कांग्रेस अध्यक्ष बनने की सूरत में प्रदेश में सीएम की गद्दी पर सचिन पायलट की ताजपोशी की जाएगी लेकिन माना जा रहा है कि आलाकमान के इस फैसले से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत उनसे समर्थक विधायक खुश नहीं हैं। यही कारण है कि कांग्रेस के संभवतः 90 से अधिक विधायक इस्तीफा देने की धमकी दे रहे हैं। जिसके कारण कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के सामने भारी परेशानी खड़ी हो गई है।
खबरों के मुताबिक राजस्थान संकट के हल के लिए कांग्रेस आलाकमान कमलनाथ के जरिये सीएम अशोक गहलोत और उनके खेमे के बागी विधायकों पर बातचीत के लिए दबाव बनाना चाहता है लेकिन कमलनाथ इस संकट से कांग्रेस को उबार पाएंगे। इस संबंध में भी कई तरह की अटकलें लग रही हैं।