महिला दिवस पर लड़कियों पर पाबंदी, राजस्थान सरकार ने छीनी जींस-टॉप पहनने की आजादी
By पल्लवी कुमारी | Published: March 8, 2018 03:13 PM2018-03-08T15:13:13+5:302018-03-08T15:15:49+5:30
इस निमय के तहत सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि लड़कियों के लिए सिर्फ साड़ी, सलवार-कुर्ता ही होना चाहिए।
जयपुर, 8 मार्च; पूरा विश्व आज अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस मान रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी राजस्थान से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को लागू किया है। वहीं, दूसरी तरफ राजस्थान राज्य सरकार ने कॉलेज जाने वाली 1 लाख 86 हजार लड़कियों के जींस पैंट और टी शर्ट पहने पर रोक लगा दी है। अब यहां के कॉलेज में छात्र-छात्रओं के लिए ड्रेस कोड लागू किया जा रहा है।
सत्र 2018-19 से होगा लागू
सरकारी कॉलेजों में आगामी सत्र से ड्रेस कोड लागू करने का फैसला किया गया है। कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र लिखकर उनसे छात्र और छात्राओं के ड्रेस का रंग तय करके 12 मार्च तक रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। फैसले के बाद सभी कॉलेज में ड्रेस कोड फॉलो करना अनिवार्य हो जाएगा। ड्रेस कोड शिक्षण सत्र 2018-19 से लागू करने का फैसला लिया गया है। इस निमय के तहत सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि लड़कियों के लिए सिर्फ साड़ी, सलवार-कुर्ता ही होना चाहिए।
भाजपा सरकार में हुआ ऐसा
गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने राजस्थान के झुंझुनूं में रैली की। पीएम मोदी यहां डेढ़ घंटे रूकें। पीएम ने यहां बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को पूरे देश में लागू किया। अब तक यह सिर्फ 161 जिलों में ही लागू था। लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि एक ओर पीएम महिलाओं की हक की बात कर रहे हैं तो दूसरी ओर राजस्थान के भाजपा सरकार महिलाओं के साथ भेदभाव कर रही है।