PM मोदी द्वारा डोनाल्ड ट्रम्प को साबरमती आश्रम ले जाने पर CM गहलोत ने उठाए सवाल, कहा-मुझे अफसोस है कि...
By प्रदीप द्विवेदी | Published: February 27, 2020 05:49 AM2020-02-27T05:49:40+5:302020-02-27T05:49:40+5:30
सीएम गहलोत ने अमेरिका में जिस तरह से ट्रम्प द्वारा मोदी को राष्ट्रपिता संबोधित किया गया था, उसका जिक्र करते हुए कहा कि- इससे पहले अमेरिका में, ट्रम्प ने मोदी को राष्ट्रपिता के रूप में संबोधित किया था और इस बार साबरमती आश्रम की यात्रा के दौरान, उन्होंने आगंतुक पुस्तक में महात्मागांधी के बारे में एक भी शब्द का उल्लेख नहीं किया था.
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के महात्मा गांधी के प्रति विचार और व्यवहार को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अपनी नाराजगी दर्ज करवाते रहे हैं. इस बार नरेन्द्र मोदी द्वारा ट्रम्प को साबरमती आश्रम ले जाने पर सीएम गहलोत ने कहा- मुझे इस बात का अफसोस है कि मिस्टर ट्रम्प जब साबरमती आश्रम में गए, पुस्तिका में कमेंट लिखे लेकिन महात्मा गांधी का नाम तक नहीं लिखा. जो व्यक्ति महात्मा गांधी को मानते ही नहीं है, जिनकी विचारधारा महात्मा गांधी से मिलती ही नहीं है, उनको आप साबरमती आश्रम ले गए.
यही नहीं, उन्होंने कहा कि.... और जो कमेंट लिखे जाते हैं वहां महात्मा गांधी का नाम नहीं लिखा, वहां नरेंद्र मोदी का नाम लिखा, वो मुझे यहां लेकर आए हैं. इससे देश की प्रतिष्ठा को ठेस लगी है, ये मेरा मानना है.
सीएम गहलोत ने अमेरिका में जिस तरह से ट्रम्प द्वारा मोदी को राष्ट्रपिता संबोधित किया गया था, उसका जिक्र करते हुए कहा कि- इससे पहले अमेरिका में, ट्रम्प ने मोदी को राष्ट्रपिता के रूप में संबोधित किया था और इस बार साबरमती आश्रम की यात्रा के दौरान, उन्होंने आगंतुक पुस्तक में महात्मागांधी के बारे में एक भी शब्द का उल्लेख नहीं किया था.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी पीएम नरेन्द्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा सार्वजनिक रूप से फादर आफ इंडिया कहे जाने के बावजूद पीएम मोदी के मौन रहने पर सीएम अशोक गहलोत ने आपत्ति दर्ज करवाते हुए मुखर प्रहार किया था.
सीएम गहलोत ने गांधी जयंती पर कहा था कि- मैं अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा मोदी को फादर आफ इंडिया कहे जाने और इस पर मोदी द्वारा ट्रम्प की कही गई बातों पर आपत्ति नहीं करने के बारे में अपना विरोध दर्ज कराना चाहता हूं. अगर मोदी गांधी जी का सम्मान करते हैं, तो वे चुप क्यों रहे?
सीएम गहलोत का कहना था कि यदि मोदी जी सही मायने में महात्मा गांधी जी का सम्मान करते हैं, तो उन्हें वहां अमेरिकी राष्ट्रपति को सुधारना चाहिए था. उन्हें कहना चाहिए था कि भारत में केवल एक राष्ट्रपिता हैं और उनका नाम एमके गांधी है, उनकी जगह कोई और नहीं ले सकता.
इतना ही नहीं सीएम गहलोत ने पीएम मोदी टीम पर निशाना साधते हुए कहा था कि इन लोगों ने 70 साल तक गांधी और पटेल का नाम नहीं लिया, कुछ साल से नाम लेने लगे हैं, लेकिन 70 साल तक गांधी के विराट व्यक्तित्व, पटेल के कॉन्ट्रीब्यूशन को ये लोग नहीं समझ पाए इसके लिए इन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए. उनका कहना था कि जब तक गांधी के सिद्धांतों को नहीं अपनाएंगे तब तक नाम लेना सिर्फ स्वार्थ है!