राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा- और चिकित्सा संस्थानों में भी शुरू हो प्लाज्मा थैरेपी से इलाज
By भाषा | Published: July 12, 2020 05:42 AM2020-07-12T05:42:45+5:302020-07-12T05:42:45+5:30
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी से उपचार की शुरूआती सफलता के बाद अब राज्य के 24 चिकित्सा संस्थानों में प्लाज्मा बैंक शुरू किए जा सकते हैं।
जयपुरः राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना संक्रमित रोगियों के सफल इलाज के लिए प्लाज्मा बैंक सहित विभिन्न सुविधाओं का विस्तार करने और इसके लिए आईसीएमआर से आवश्यक अनुमति लेने एवं अन्य प्रक्रियाएं जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शनिवार को अधिकारियों से कहा कि सवाई मानसिंह (एसएमएस) अस्पताल में इस थैरेपी से 37 रोगियों के उपचार के बेहतर परिणाम सामने आने के बाद अब राज्य के अन्य चिकित्सा संस्थानों में यह थैरेपी शुरू की जाए।
गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के साथ-साथ इससे होने वाली जनहानि को न्यूनतम रखना है। उन्होंने इसके लिए अधिकारियों को जांच की संख्या बढ़ाने तथा बिना लक्षण वाले संदिग्ध रोगियों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा ने बताया कि एसएमएस अस्पताल में प्लाज्मा थैरेपी से उपचार की शुरूआती सफलता के बाद अब राज्य के 24 चिकित्सा संस्थानों में प्लाज्मा बैंक शुरू किए जा सकते हैं। इसके लिए आईसीएमआर के साथ समन्वय स्थापित कर जल्द ही आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी।
बैठक में बताया गया कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य योजनाओं के प्रति जागरूकता लाने तथा स्वास्थ्य सेवाओं के इस्तेमाल में सहयोग के लिए लगभग 80 हजार स्वास्थ्य मित्र बनाए गए हैं। इन स्वास्थ्य मित्रों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।
बता दें, राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से शनिवार को छह और मौत दर्ज की गयी जिससे राज्य में संक्रमण से मरने वालों की कुल संख्या 503 हो गई है। इसके साथ ही राज्य में 574 नये मामले सामने आने से राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमितों की अब तक की कुल संख्या 23,748 हो गयी जिनमें से 5376 मरीज उपचाराधीन हैं।