सीएम गहलोत, कमलनाथ ने इस्तीफे की पेशकश की, राहुल पार्टी की बागडोर संभाले रहने के लिए राजी नहीं हुए
By सतीश कुमार सिंह | Published: July 1, 2019 06:08 PM2019-07-01T18:08:43+5:302019-07-01T18:08:43+5:30
लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति ने उनकी इस पेशकश को अस्वीकार कर दिया था। इस पूरी खींचतान के बीच राहुल गांधी अब भी इस्तीफे पर अड़े हैं।
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री ने सोमवार को राहुल गांधी से मुलाकात की। वे राहुल गांधी को अपना समर्थन जताने आए थे। गांधी पार्टी अध्यक्ष पद से अपने इस्तीफे को लेकर अड़े हुए हैं। इस बैठक से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं।
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सोमवार को अपने इस्तीफे पर अड़े पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। लगभग 2 घंटे तक चली मुलाकात में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की। इसके बाद भी राहुल पार्टी की बागडोर संभाले रहने के लिए राजी नहीं हुए।
Rajasthan CM Ashok Gehlot on reports that he & Madhya Pradesh CM Kamal Nath offered to resign in meeting with Rahul Gandhi: Resignations are put in the day results come out, Chief Ministers have to offer their resignations, then high command takes the decision on what to do next. pic.twitter.com/Z5QCVLzPNR
— ANI (@ANI) July 1, 2019
मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राहुल को पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावना से अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा कि हमने वर्तमान परिस्थितियों पर खुलकर बात की। हमने कहा कि चुनाव में हार-जीत होती रहती है. उन्होंने हमारी बात को बहुत ध्यान से सुना. हमने अपनी बात दिल से कही है. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि राहुल गांधी उनकी बातों पर विचार करेंगे।
बैठक में गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी शामिल हुए।
Rajasthan CM Ashok Gehlot after Congress CMs meet with Rahul Gandhi: It was a good meeting, we talked for around 2 hours, we conveyed to him the feelings of our party workers & leaders. We hope that he will pay heed to our views and do the right thing. pic.twitter.com/jPSIXKQX9r
— ANI (@ANI) July 1, 2019
लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राहुल गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की थी। राहुल गांधी की इस पेशकश को कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने नकार दिया था। इसी के बाद से राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर कशमकश जारी है। हाल ही में राहुल गांधी ने किसी भी सीएम और अध्यक्ष के इस्तीफा ना देने पर नाराजगी जाहिर की थी।
कांग्रेस में 'इस्तीफा संकट' के बीच कांग्रेस शासित 5 राज्यों के मुख्यमंत्री राहुल गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, ''अच्छी बातचीत हुई है, हमने अपने कार्यकार्ताओं की बात से उनको अवगत कराया।
Rajasthan CM Ashok Gehlot after Congress CMs meeting with Rahul Gandhi: The others side misled the country in the name of patriotism. Modi ji did politics hiding behind the Army, misled people in the name of religion. He didn't talk about development, economy, & employment. pic.twitter.com/titx3JZle5
— ANI (@ANI) July 1, 2019
हमने खुलकर उनसे बातचीत की है। चुनाव में हार जीत होती रहती है, उन्होंने हमारी बात ध्यान से सुनी है। हम उम्मीद करते हैं कि वो हमारी बात पर ध्यान देंगे और समय आने पर उचित फैसला लेंगे। हमने उनसे मिलकर अपनी भावना बता दी है।''
एक ओर जहां कांग्रेस के मुख्यमंत्री राहुल गांधी को मनाने पहुंचे वहीं पंजाब से सांसद बाजवा कह रहे हैं कि राहुल को मनाना है तो खुद पांचों सीएम इस्तीफा दें। हाल ही में राहुल गांधी ने किसी भी सीएम और अध्यक्ष के इस्तीफा ना देने पर नाराजगी जाहिर की थी। राहुल गांधी से मुलाकात से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर रिजल्ट के एक महीने बाद हार की जिम्मेदारी ली। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के प्रति समर्थन जताया। गहलोत ने राहुल गांधी से साथ बैठक से ठीक पहले ट्वीट कर कहा कि 2019 के चुनाव में हार की जिम्मेदारी हम सभी की है।
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। हालांकि कांग्रेस कार्यसमिति ने उनकी इस पेशकश को अस्वीकार कर दिया था। इस पूरी खींचतान के बीच राहुल गांधी अब भी इस्तीफे पर अड़े हैं।
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से कहा है कि गांधी परिवार के बाहर से किसी नेता को अध्यक्ष बनाएं। वहीं कांग्रेस नेता इस बात से इनकार कर रहे हैं। 150 से अधिक नेताओं ने राहुल गांधी के प्रति समर्थन जताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है, वहीं इन इस्तीफों के बाद पार्टी के सीनियर नेताओं पर इस्तीफे के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
जयपुर, एक जुलाई (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कार्यक्रमों, नीतियों और विचारधारा की हार नहीं हुई है। गहलोत ने सोमवार को ट्वीट किया कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के कार्यक्रमों, नीतियों और विचारधारा की हार नहीं हुई। उन्होंने लिखा कि अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न मोर्चों पर मोदी सरकार की विफलता के बावजूद भाजपा ने अपने कट्टर राष्ट्रवाद के पीछे अपनी भारी असफलताओं को छिपा लिया। उन्होंने कहा कि तमाम बाधाओं के बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव को मुद्दा आधारित बनाने की पूरी कोशिश की और भाजपा का सामना किया। गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री आज राहुल गांधी से उनके निवास पर मुलाकात कर उनके प्रति एकजुटता दिखायेंगे। इससे पूर्व भी हमने यह दिखाया है कि हम कांग्रेस अध्यक्ष के साथ हैं और हम लोकसभा 2019 की हार की जिम्मेदारी लेते हैं। भाषा कुंज नीरज नीरज