राजस्थान: आज शाम CM गहलोत के निवास पर होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक, कल से शुरू होगा विधानसभा सत्र
By स्वाति सिंह | Published: August 13, 2020 02:58 PM2020-08-13T14:58:54+5:302020-08-13T14:58:54+5:30
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट व कांग्रेस के 18 अन्य विधायक कथित तौर पर मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व से नाराज हैं। वे सोमवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद लौटे हैं।
जयपुर:राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक गुरुवार को शाम 5 बजे जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर होगी। मालूम हो कि कल से राज्य विधानसभा का सत्र बुलाना है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को उम्मीद जताई थी कि 14 अगस्त से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के सत्र में विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा होगी।
गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘14 अगस्त को विधानसभा शुरू हो रही है, मुझे उम्मीद है इस दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति, लॉकडाउन के बाद में आर्थिक रूप से जो स्थिति बनी है उसे लेकर खुलकर चर्चा कर सकेंगे।’’ इसके साथ ही गहलोत ने लिखा है, ‘‘मुझे विश्वास है सुशासन देने में पक्ष-विपक्ष सभी का सहयोग मिलेगा, प्रदेश की जनता में नया विश्वास पैदा होगा।’’
गहलोत ने कहा-भूलो, माफ करो और आगे बढ़ो
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगभग एक महीने की राजनीतिक खींचतान व उठापटक को भूलकर आगे बढ़ने की नसीहत देते हुए बुधवार को कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है जो आगे भी जारी रहेगी। इस बीच 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के लिए कांग्रेस के विधायक जयपुर लौट आए हैं और अब भी एक होटल में ही रुकेंगे। जैसलमेर में गहलोत से जब पूछा गया कि वे इस सारे प्रकरण को कैसे देखते हैं तो वह बोले,'फॉरेगेट एंड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो, देश के हित में, प्रदेश के हित में, प्रदेशवासियों के हित में और लोकतंत्र के हित में।'
उन्होंने कहा,' लोकतंत्र खतरे में है। ये लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है, उसमें जो हमारे विधायकों ने इतना साथ दिया, 100 से अधिक विधायक एकसाथ रहना इतने लंबे समय तक, अपने आप में बहुत बड़ी बात है जो हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा। तो ये लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है जो आगे भी जारी रहेगी।' उन्होंने कहा,'बाकी जो प्रकरण एपिसोड हुआ है, एक प्रकार से भूलो और माफ करो की स्थिति में रहें, सब मिलकर चलें क्योंकि प्रदेशवासियों ने विश्वास करके सरकार बनाई थी हमारी। हमारी सबकी जिम्मेदारी बनती है कि उस विश्वास को बनाए रखें। हमलोग और प्रदेश की सेवा करें, सुशासन दें और कोरोना का मुकाबला करें सब मिलकर।'
सचिन पायलट की वापसी से ना खुश है गहलोत खेमा
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट व उनके खेमे के 18 विधायकों की वापसी से गहलोत खेमे के कई विधायक खुश नहीं हैं और उन्होंने अपनी नाराजगी मंगलवार रात जैसलमेर में विधायक दल की बैठक में भी जाहिर की थी। इस प्रकरण में किसकी हार किसकी जीत हुई यह पूछे जाने पर गहलोत ने कहा,'ये जीत जो है, ये जीत असली प्रदेशवासियों की जीत है। मैं प्रदेशवासियों को और विश्वास दिलाता हूं कि जीत हमारी सुनिश्चित है आने वाले वक्त में और दोगुने जोश से सब काम करेंगे, आपकी सेवा करेंगे।' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट व अन्य बागी विधायकों की वापसी को लेकर कांग्रेस के कुछ विधायकों में नाराजगी के बारे में गहलोत ने कहा,' उनकी नाराजगी स्वाभाविक है। जिस रूप में यह प्रकरण हुआ, उनको इतने दिन होटलों में रहना पड़ा, उनका नाराज होना स्वाभाविक था।'
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट व कांग्रेस के 18 अन्य विधायक कथित तौर पर मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व से नाराज हैं। वे सोमवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद लौटे हैं। हालांकि पायलट व गहलोत की अभी मुलाकात नहीं हुई है। वहीं भाजपा विधायक दल की बैठक बृहस्पतिवार को यहां होनी प्रस्तावित है।