राजस्थान चुनावः इस सीट पर लगी है BJP की साख, अगर जीती तो रचेगी इतिहास
By रामदीप मिश्रा | Published: September 12, 2018 07:29 AM2018-09-12T07:29:03+5:302018-09-12T12:48:16+5:30
राजस्थान चुनाव (Rajasthan Assembly Elections): सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार कई ऐसे नेता हैं जो आने वाले विधानसभा चुनाव में अगर जीत हासिल करते हैं तो एक नया इतिहास बनाएंगे।
जयपुर, 12 सितंबरः राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंका जा चुका है और सभी पार्टियां मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए हर संभव कोशिश में जुट गई हैं। जहां सत्ताधारी बीजेपी अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाने में जुटी हुई है, वहीं मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सरकार की खामियां गिनाने में जुटा हुआ है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार कई ऐसे नेता हैं जो आने वाले विधानसभा चुनाव में अगर जीत हासिल करते हैं तो एक नया इतिहास बनाएंगे। इन्हीं में मौजूदा गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी का नाम शामिल है, जोकि सिरोही सीट से विधायक हैं।
सिरोही की सीट पर रहेगी BJP की नजर?
आज हम बात ऐसी विधानसभा सीट की करने जा रहे हैं, जो इस समय भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के झोली में है, जिस पर ओटाराम देवासी ने जीत दर्ज की थी। यह सीट सामान्य है और सूबे के सिरोही जिले की है। यह इलाका राजस्थान का पर्वतीय एवं सीमावर्ती है और पहले सिरोही रियासत बड़ी रियासतों में अपना स्थान रखती थी। देश आजाद होने के बाद इसे जिला बना दिया गया। पहले इसका साम्राज्य बहुत फैला हुआ था। देश आजाद होने के बाद इसका काफी क्षेत्र पाली व जालौर जिले में चला गया। इसकी खास बात ये भी है कि यहां पर्वतीय स्थल माउन्ट आबू है और यह क्षेत्र मौर्य, क्षत्रिय, हूण, परमार, राठौड, चौहान, गुहिल आदि शासकों के अधीन रहा।
दोनों पार्टियों की रही कड़ी टक्कर
अगर पिछले आंकड़ों की बात करें तो विधानसभा चुनाव में सिरोही की सीट पर किसी भी प्रत्याशी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल नहीं की है। साल 1980 से दो बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी की झोली में यह सीट जाती रही है। लेकिन, इस बार बीजेपी के पास इतिहास रचने का मौका है। हालांकि उनके लिए ऐसा करना आसान नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस संकल्प रैली के जरिए बीजेपी की पोल खोलने में जुटी हुई है।
रेबारी जाति से आते हैं ओटाराम
इस सीट से मौजूदा विधायक ओटाराम देवासी पशुपालन से जुड़ी रेबारी जाति से आते हैं और चामुंडा देवी के भक्त हैं। बताया जाता है कि उन पर सबसे पहले मुख्यमंत्री भैरो सिंह शेखावत की नजर पड़ी थी। उस समय उन्होंने शेखावत को रेबारी समाज का वोट दिलवाने में खासी मदद की थी, जिसके बाद उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था। इसके बाद वह बीजेपी का एक चर्चित चेहरा बन गए और वह दो विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं।
ये हैं सिरोही सीट के आंकड़े
अगर सिरोही सीट के आकड़े देखें तो 1980 में देवीसहाय गोपालिया ने कांग्रेस जीत हासिल की थी। इसके बाद 1985 में कांग्रेस के रामलाल ने बीजेपी की महिला उम्मीदवार तारा भंडारी को हराया था। हालांकि 1990 में बीजेपी की तारा भंडारी ने कांग्रेस के राजेंद्र गोपालिया को हराया। 1993 में ताराभंडारी फिर से चुनी गईं और उन्होंने पूनम चंद को हराया। इसके बाद फिर 1998-2003 में कांग्रेस आई और संयम लोढ़ा ने बीजेपी की तारा भंडारी को हराया। वहीं, यह सीट 2008 से अब तक बीजेपी के कब्जे में है। दोनों बार ओटाराम देवासी ने संयम लोढ़ा को हराया है।
Year | A.C No. | Assembly Constituency Name | Type | Winner | Gender | Party | Vote | Runner Up | Gender | Party | Vote |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
2013 | 146 | Sirohi | GEN | Otaram | M | BJP | 82098 | Sanyam Lodha | M | INC | 57659 |
2008 | 146 | Sirohi | GEN | Otaram Dewasi | M | BJP | 56400 | Sanyam Lodha | M | INC | 47830 |
2003 | 167 | Sirohi | GEN | Sanyam Lodha | M | INC | 43330 | Tara Bhandari | F | BJP | 39194 |
1998 | 167 | Sirohi | GEN | Sanyam Lodha | M | INC | 28435 | Tara Bhandari | F | BJP | 21633 |
1993 | 167 | Sirohi | GEN | Tara Bhandari | F | BJP | 35274 | Punam Chand | M | IND | 22989 |
1990 | 167 | Sirohi | GEN | Tara Bhandari | F | BJP | 43640 | Rajender Gopaliya | M | INC | 27270 |
1985 | 167 | Sirohi | GEN | Ram Lal | M | INC | 30569 | Tara Bhandari | F | BJP | 25480 |
1980 | 167 | Sirohi | GEN | Devisahai Gopalia | M | INC(I) | 24009 | Suresh Chandra Surana | M | JNP(JP) | 9705 |
पिछले चुनाव का ये रहा हाल
सिरोही जिले की सीट पर पिछले विधानसभा चुनाव में एक लाख, 56 हजार, 433 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था, जबकि कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख, 28 हजार, 706 थी। यहां वोट फीसदी 68.40% रहा। बीजपी के खाते में 82 हजार 98 वोट पड़े, जबकि कांग्रेस को 57 हजार 659 वोट मिले। इस सीट पर बीजेपी ने 24 हजार 439 वोट से जीत दर्ज की थी।