आपसी कलह के चलते अटकी कांग्रेस की सूची, गहलोत ने कहा-मैं और सचिन दोनों लड़ेंगे चुनाव
By अनुभा जैन | Published: November 14, 2018 05:48 PM2018-11-14T17:48:07+5:302018-11-14T17:48:07+5:30
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश की 11 महत्वपूर्ण सीटों को अभी होल्ड पर रखा जाना तय है जिन पर सचिन पायलट और नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी आमने सामने हैं। दोनों नेताओं की आपसी खींचतान और विपरीत विचारधारा के चलते केंद्रीय चुनाव समिति किसी निष्कर्ष पर नहीं आ पा रही है।
कांग्रेस की टिकट बंटवारे को लेकर चल रही आपसी कलह के कारण कांग्रेस की सूची बुधवार को भी जारी नहीं हो पायी। सूत्रों के मुताबिक तीन दिनों से दिल्ली में टिकट बंटवारे को लेकर मचे हो हल्ले के बाद गत रात्रि राजस्थान प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, पार्टी महासचिव अशोक गहलोत, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट व अन्य पार्टी गणों के मध्य लंबी बातचीत के पश्चात एक राय बनी है। इसके बाद कभी भी सूची जारी हो सकती है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रदेश की 11 महत्वपूर्ण सीटों को अभी होल्ड पर रखा जाना तय है जिन पर सचिन पायलट और नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी आमने सामने हैं। दोनों नेताओं की आपसी खींचतान और विपरीत विचारधारा के चलते केंद्रीय चुनाव समिति किसी निष्कर्ष पर नहीं आ पा रही है।
राजनीतिज्ञ विशेषज्ञों के अनुसार, कांग्रेस अभी ओवर कांफिडेंस में है जिसका खामियाजा पार्टी को चुनावी नतीजों में देखने को मिलेगा। ऐसे में पार्टी के पदाधिकारियों को खींचतान छोड़ एकता के साथ पार्टी हित में काम करना चाहिए।
इधर, कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और सचिन पायलट के राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर चल रही सभी अटकलों पर उस समय विराम लग गया जब गहलोत ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'मैं और सचिन पायलट, दोनों ही चुनाव लड़ेंगे।'
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सचिन पायलट ने गहलोत की इस घोषणा का समर्थन किया। दोनों नेता किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, इसकी घोषणा अभी नहीं की गई है। गहलोत अभी जोधपुर की सरदारपुरा सीट से विधायक हैं और दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं। वहीं सचिन पायलट अजमेर से सांसद थे।
इस बीच, दौसा से भाजपा सांसद हरीश मीणा कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस में शामिल हुए हरीश मीणा 1981 से 1991 तक पुलिस में एसपी रहे। इसके बाद 2003 से 2007 तक अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पद पर रहे। 2014 में वे राजनीति में आए और भाजपा में शामिल हुए। वे दौसा से चुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे।
उधर, कांग्रेस की पहली सूची घोषित हुये बिना ही एक महिला नेता श्वेता शर्मा ने कांग्रेस से अपना नामांकन दाखिल कर भी दिया। श्वेता ने अजमेर उत्तर विधानसभा सीट से पर्चा भरा है। श्वेता के अलावा तीन अन्य कांग्रेसियों ने जिनमें बायतु से हरीश चौधरी, गुडामलानी से हेमाराम चौधरी और दौसा से दिनेश कुमार मीणा ने कांग्रेस की ओर से नामांकन पर्चा भरा।