राजस्थान चुनावः इस सीट को बचाने के लिए BJP झोंक रही है पूरी ताकत, प्रत्याशी तक बदला
By रामदीप मिश्रा | Published: December 4, 2018 04:48 PM2018-12-04T16:48:44+5:302018-12-04T17:05:23+5:30
राजस्थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए घमासान मचा हुआ है और राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ऐड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। इन सब के बीच आज आपको सूबे की झुंझुनूं जिले की सूरजगढ़ विधानसभा सीट के बारे में बताएंगे, जहां 1998 से लेकर अबतक एकबार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और एकबार कांग्रेस आई है। यही सिलसिला आगे भी जारी रहा, लेकिन इस बार दोनों पार्टियां सीट हथियाने की हर संभव कोशिश करने में जुटी हुई हैं।
बीजेपी लगा रही ही पूरी दम
सूरजगढ़ विधानसभा सीट 1998 में कांग्रेस के कब्जे में आई थी। इसके बाद 2003 में बीजेपी ने कब्जा जमाया। फिर कांग्रेस उम्मीदवार श्रवण कुमार 2008 में जीते और पिछले विधानसभा चुनाव यानि 2013 में बीजेपी उम्मीदवार संतोष अहलावत ने जीत दर्ज की थी। अगर यही सिलसिला जारी रहा तो यह सीट कांग्रेस के खाते में जाने वाली है, लेकिन इस बार बीजेपी सीट बचाने के लिए अपनी पूरी दम लगा रही है।
बीजेपी ने बदला प्रत्याशी
बीजेपी ने सीट अपने पास रखने के लिए इस बार यहां प्रत्याशी को बदल दिया है। उसने संतोष अहलावत की जगह सुभाष पूनिया के रूप में नया चेहरा मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने अपने पूर्व विधायक श्रवण कुमार पर ही भरोसा जताया है। वहीं, बीएसपी से कर्मवीर यादव चुनावी मैदान में हैं। कुल मिलाकर सूरजगढ़ विधानसभा सीट पर 19 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बीजेपी के प्रत्याशी बदलने से सियासत गरमायी हुई है और मुकाबला कड़ा हो गया है।
मतदाताओं की संख्या
सूरजगढ़ विधानसभा सीट पर इस बार मतदाताओं की संख्या 2 लाख, 62 हजार, चार है। इनमें से 1 लाख, 35 हजार, 797 पुरुष और 1 लाख 26 हजार, 207 महिला मतदाता हैं। वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या दो लाख, 32 हजार, 702 थी। इनमें से एक लाख, 75 हजार, 630 लोगों ने वोटिंग की थी। यहां मतदान प्रतिशन 75.47 रहा था।
ये हैं पिछले चुनाव के आंकड़े
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार संतोष अहलावत को एक लाख, आठ हजार, 840 वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार श्रवण कुमार को 58 हजार, 621 वोट मिले थे। उन्हें संतोष अहलावत ने 50 हजार, 219 वोटों से हराया था। लेकिन इस बार कांग्रेस ने उन पर दोबारा भरोसा जताकर बड़ा दांव खेला है।
राजस्थान विधानसभा का मौजूदा स्वरूप
गौरतलब है कि राजस्थान में कुल 200 सीटों पर चुनाव होते हैं। इनमें से 142 सीट सामान्य हैं, जबकि 33 सीटें अनुसूचित जाति व 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। साल 2013 के चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 163 सीटों के साथ सरकार बनाई बनाई थी। कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई थी। तीसरी सबसे बड़ी पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी रही जिसे 4, व चौथे नंबर बहुजन समाज पार्टी रही, जिसे 3 सीटों पर जीत मिली। जबकि 7 सीटें निर्दलियों के खाते में गई थीं।