राजस्थान चुनावः इस वजह से अजमेर ने फिर रचा इतिहास, 'इंडिया बुक ऑफ रिर्काड्स' में हुआ दर्ज
By रामदीप मिश्रा | Published: December 3, 2018 09:20 PM2018-12-03T21:20:14+5:302018-12-03T21:20:14+5:30
अजमेर में 'इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' के प्रतिनिधि विनोद शर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारी को यह उपलब्धि इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज होने पर प्रमाण पत्र सौंपा।
राजस्थानविधानसभा चुनाव में मतदान जागरुकता बढ़ाने के लिए किए जा रहे नवाचारों के तहत सोमवार को अजमेर जिले में एक बार दोबारा इतिहास रचा गया। विश्व दिव्यांगजन दिवस पर आयोजित पदयात्रा एवं शपथ ग्रहण में जिले के 20 हजार से अधिक दिव्यांगजनों ने आगामी 7 दिसंबर को मतदान अवश्य करने का संकल्प लिया। जिले की यह अनूठी उपलब्धि 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में दर्ज की गई है। जिले में कई जगह दिव्यांगजनों ने शपथ ली।
जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा की अगुवाई में सोमवार सुबह से ही पूरे अजमेर जिले में दिव्यांगजन उत्साह में नजर आए। लोकतंत्र के पर्व को मनाने के लिए दिव्यांगजन ने पूरे जोश के साथ शपथ ली कि वे आगामी 7 दिसम्बर को मतदान अवश्य करने जाएंगे। आयोजन का उद्देश्य दिव्यांगजन को मतदान के प्रति प्रेरित करना था जो सुविधाओं के अभाव में वोट डालने नहीं जा पाते थे।
उन्होंने बताया कि निर्वाचन विभाग का उद्देश्य है कि प्रत्येक व्यक्ति मतदान अवश्य करें। इस बार चुनाव में दिव्यांगजन के लिए मतदान केन्द्रों पर विशेष व्यवस्था की गई है। वहां मतदान के दिन ट्राई साईकिल और सहयोगी उपलब्ध होंगे।
सोमवार को विश्व दिव्यांगजन दिवस पर अजमेर शहर में पदयात्रा का आयोजन किया गया। राजकीय सावित्री महाविद्यालय से यह पदयात्रा जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा, पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह और स्वीप प्रभारी अरूण गर्ग की अगुवाई में शुरू हुई। महाविद्यालय से बजरंगगढ़ होते हुए यह पदयात्रा पटेल मैदान पहुंची।
अजमेर में 'इण्डिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' के प्रतिनिधि विनोद शर्मा ने जिला निर्वाचन अधिकारी को यह उपलब्धि इण्डिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज होने पर प्रमाण पत्र सौंपा।
जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा ने जिले के समस्त दिव्यांगजनों को पत्र लिखकर कहा कि वे आगामी 7 दिसम्बर को होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए अवश्य आएं और अपने मताधिकार का प्रयोग कर हमारे संविधान व लोकतंत्र को सशक्त बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे।
दिव्यांग मतदाताओं को मतदान बूथ तक लाने व उन्हें पुनः घर तक पहुंचाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा व्यवस्था की गई है। साथ ही बूथ पर कोई असुविधा ना हो इसका भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने सभी दिव्यांग मतदाताओं से आग्रह किया है कि वे मतदान हेतु अवश्य आएं ताकि मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो सके।