राजस्थान: अब तक बारिश से 35 लोगों की मौत, वायुसेना को अलर्ट, 11 जिलों में घनघोर वर्षा की चेतावनी
By धीरेंद्र जैन | Published: August 17, 2019 07:28 PM2019-08-17T19:28:10+5:302019-08-17T19:28:10+5:30
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक भारी बारिश के कारण 35 लोगों की प्रदेश में मौत हो चुकी है और प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने गुजरात के गांधीनगर एयरफोर्स स्टेशन को अलर्ट मोड पर रखा है।
दक्षिणी राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते जहां हाड़ौती अंचल में बाढ़ के हालात बने हुए है वहीं मारवाड़ में भी जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने पाली, अलवर, भीलवाड़ा, टोंक, सवाई माधोपुर, करौली, भीलवाड़ा, जोधपुर, नागौर, बीकानेर, सीकर, झुंझुनूं आदि जिलों में बारी बारिश की चेतावनी दी है।
लगातार हो रही बारिश के कारण जयपुर, अजमेर और टोंक आदि जिलों को पेयजल आपूर्ति करने वाले बीसलपुर बांध में भी तेजी से पानी की आवक हो रही है।
बीते 24 घंटों में बांध में 2 मीटर से अधिक पानी की आवक हो चुकी है और जलस्तर बढ़कर 314 आरएल मीटर के पार पहुंच गया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक भारी बारिश के कारण 35 लोगों की प्रदेश में मौत हो चुकी है और प्रदेश के आपदा प्रबंधन विभाग ने गुजरात के गांधीनगर एयरफोर्स स्टेशन को अलर्ट मोड पर रखा है।
राजधानी जयपुर में दिनभर बूंदाबांदी और बादल छाए रहने से दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। वहीं नागौर में मूसलसधार बारिश के कारण स्कूलों में पानी भर गया और कच्चे मकान ढह गये।
नागौर के स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। राजसमंद जिले के देवगढ़ का सोपरी बांध भी पानी की अच्छी आवक के चलते छलकने को तैयार है। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ यहां आ रही है। कोटा में भारी बारिश के चलते कोटा बैराज पानी की भारी मात्रा में आवक होने से कोटा बैराज के छह गेट खोले गये हैं।
इसी प्रकार सीकर में चार घंटे की तेज बारिश के बाद कई गांव जलमग्न हो गए और शहर में जाम लग गया। स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। नवलगढ़ रोड पर आवाजाही बंद रही। पलसाना में जमकर बारिश हुई और खंडेला के रेलवे अंडरपास के नीचे तीन फीट पानी भरने के कारण इसमें फंसी पिकअप को क्रेन से निकाला गया।
बारिश के चलते अजमेर का पुष्कर सरोवर पानी से लबालब हो गया हैं वहीं अजमेर दरगाह संपर्क सड़क के रास्ते में पहाड़ का टुकड़ा गिरने से रास्ता बंद हो गया ओर ताराशाह बाबा की मजार मलबे में दब गई।