राजस्थान: मुआवजे से असंतुष्ट 30 महिलाओं सहित 101 किसान भूमि समाधि सत्याग्रह पर बैठे
By धीरेंद्र जैन | Published: January 24, 2020 06:20 AM2020-01-24T06:20:19+5:302020-01-24T06:20:19+5:30
महापंचायत करने के बाद इन 30 महिलाओं सहित 101 किसान भूमि समाधि सत्याग्रह की शुरुआत की। सांसद किरोड़ी लाल मीणा और गुंर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
राजस्थान के दौसा सहित कई जिलों के किसानों ने लाड़ती का बास गांव में राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा के नेतृत्व में ‘भूमि समाधि सत्याग्रह‘ शुरू कर दिया है। किरोड़ी मीणा के साथ 30 महिलाओं सहित 101 किसान भूमि समाधि सत्याग्रह पर बैठे हैं। ये किसान दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लिए किये गये भूमि अधिग्रहण से प्रभावित हैं और अपनी अधिग्रहित की गई जमीनों का बाजार भाव से मुआवजा देने की मांग को लेकर यह सत्याग्रह प्रारंभ किया है।
महापंचायत करने के बाद इन 30 महिलाओं सहित 101 किसान भूमि समाधि सत्याग्रह की शुरुआत की। सांसद किरोड़ी लाल मीणा और गुंर्जर नेता हिम्मत सिंह गुर्जर इसका नेतृत्व कर रहे हैं।
आंदोलन कर रहे किसानों का दावा है कि इन जिलों में लगभग 15 हजार से अधिक किसान भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवजा न मिलने से परेशान हैं। हिम्मत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की योजना में मुआवजा राज्य सरकार के नियमानुसार और केन्द्र सरकार की योजना का मुआवजा केन्द्र सरकार के नियमों के अनुसार दिया जाता है। ये केन्द्र सरकार की योजना है अतः मुआवजा राशि केन्द्र सरकार के नियमों के अनुसार जब तक नहीं मिलेगी यह आंदोलन जारी रहेगा।
केन्द्र सरकार ने 2013 में पास किये गये बिल के अनुसार जो भूमि अधिग्रहण किया गया है उसका बाजार भाव से मुआवजा मिलना चाहिए लेकिन राज्य सरकार अपने द्वारा तैयार किये गये फामूले से मुआवजा दे रही है। जो सरासर गलत है। सिंह ने कहा कि वे गत सात माह में अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक चर्चा कर चुके हैं लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा।